लखनऊ: फार्मेसिस्ट फेडरेशन की साइंटिफिक विंग ने गोल्ड मेडलिस्ट 'ज्ञान' का किया सम्मान
यूथ विंग का महासचिव भी बनाया
लखनऊ, अमृत विचार। फार्मासिस्ट फेडरेशन की साइंटिफिक विंग की बैठक रविवार को वन विभाग स्थित मुख्यालय में कॉलेज ऑफ फार्मेसी के निदेशक डॉ संजय कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें ज्ञान चंद्र यादव को गोल्ड मेडल मिलने पर उनका सम्मान किया गया और उन्हें यूथ विंग का महासचिव भी बनाया गया ।
बैठक में निर्णय लिया गया कि फार्मेसिस्ट फेडरेशन की साइंटिफिक विंग, फार्मसिस्टो को एकजुट करने और उनका सम्मान, रोजगार दिलाने के लिए कार्य करेगी । साथ ही सभी फार्मेसी जनों को अपग्रेड करने का प्रयास किया जाएगा । एकेडमिक प्रभारी डॉ शिवप्रसाद ने बताया कि फार्मेसी क्षेत्र में शोध कर रहे सभी वैज्ञानिकों और शिक्षण कार्य में लगे हुए सभी प्रोफेसर आदि के माध्यम से फार्मेसिस्टो का शैक्षिक ज्ञान निरंतर अपडेट किया जाएगा, साथ ही नियमित रूप से वैज्ञानिक सेमिनार आयोजित किए जाएंगे ।
इस अवसर पर फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव, महामंत्री अशोक कुमार, यूथ फार्मेसिस्ट फेडरेशन के संरक्षक उपेंद्र, अध्यक्ष आदेश, मीडिया प्रभारी अंबरीश, सचिव मुख्यालय अभिषेक शुक्ला, आयुष, सुजीत समेत कई लोग मौजूद रहे।
55वर्ष की उम्र में मेधावी छात्र ने बीटेक, एमटेक के बाद फार्मेसी में मिला गोल्ड मेडल
फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि ज्ञान चंद यादव ने 55वर्ष की उम्र में फार्मेसी की शिक्षा ग्रहण कर एक निजी यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। ज्ञान चंद्र ने 1994 में बी टेक और बाद में एम टेक में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। उन्होंने 1998 में आई टी आई क्वालिटी कंट्रोल में सेवा की । इसके बाद कई चीनी मिलों में अपनी सेवा दी। कोविड के समय पीड़ित मानवता को देख उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में औषधियों के लिए कार्य करने का मन बनाया और महाप्रबंधक की नौकरी छोड़कर एक निजी विश्वविद्यालय से फार्मेसी की शिक्षा ली । उन्होंने जर्मनी में भी कार्य किया।
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