कानपुर : अयोध्या मोक्ष धाम के नाम से जाना जायेगा ‘भैरोघाट’! बुधवार को होगी नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक
कानपुर, अमृत विचार। सिविल लाइंस में बने भैरवघाट मोक्ष धाम को जल्द ही नया नाम मिलेगा। इसे बदलकर अयोध्या मोक्ष धाम करने की तैयारी है। यही नहीं, ग्वालटोली से भैरवघाट जाने वाली सड़क का नाम भी देबी प्रसाद खन्ना अयोध्या मोक्षधाम शांति पथ किया जा सकता है।
यह दोनों प्रस्ताव क्षेत्रीय पार्षद यशपाल सिंह ने दिया है, बुधवार को होने वाली नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में इन दोनों प्रस्तावों के साथ कुल 10 प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है। मुख्य रूप से बैठक में मंगल भवन के शुल्क निर्धारण, नियमावली के साथ ही नामांतरण शुल्क को लेकर भी फैसला होगा।
महापौर प्रमिला पांडेय ने बुधवार को सुबह 11 बजे नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक मुख्यालय में बने समिति कक्ष में बुलाई है। जिसमें सभापति प्रमिला पांडेय, उपसभापपति यशपाल सिंह के साथ ही अन्य सदस्य हिस्सा लेंगे। कार्यसूची के रूप में नामांतरण शुल्क पर चर्चा के साथ ही केआईजेसी मंगल भवन का नीति निर्धारण पर चर्चा होगी।
महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि वंचित समुदाय के लिए बनाए गए मंगल भवन को 11 हजार रुपये में अंत्योदय कार्डधारक, आंगनबाड़ी वर्कर को दिया जा सकेगा। इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर अन्य सामाज के लोगों, नगर निगम कर्मचारियों, पार्षदों और पूर्व पार्षदों को भी 31 हजार रुपये में भवन दिया जा सकेगा।
महापौर ने बताया कि जिसकी पारिवारिक आय 3 लाख से कम है उसे ही निर्धारित शुल्क देकर जमा कराकर भवन का आवंटन किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि हालांकि आवंटन के लिए लोगों को सिक्योरिटी मनी भी देनी होगी। भवन में मांस और शराब का सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। इसपर आखिरी निर्णय बैठक में होगा।
नामंतरण शुल्क से क्षति की भरपाई कैसे?
कार्यकारिणी की बैठक में एक फीसदी नामांतरण शुल्क खत्म करने को लेकर फैसला हो सकता है। तैयार एजेंडे के अनुसार नगर निगम को इससे होने वाली क्षति पर भी बैठक में चर्चा होगी। इसमें पूछा गया है कि यदि एक फीसदी नामांतरण शुल्क खत्म कर दिया जाता है तो उसके स्थान पर न्यूनतम धनराशि यदि 10 हजार कर दी जाए तो इसका प्रभाव नगर निगम की आय पर क्या पड़ेगा? इसपर बैठक में विस्तार से चर्चा होगी।
