खेती को तकनीकी और आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए होंगे जनजागरूकता कार्यक्रम, 3 दिसंबर को होगा औद्यानिक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन
योगी सरकार प्रदेश में औद्यानिक विकास को दे रही नई गति
लखनऊ, अमृत विचार: प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आय बढ़ाने और औद्यानिक विकास को नई दिशा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उद्यान एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने औद्यानिक खेती को लाभकारी, टिकाऊ और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए व्यापक जनजागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
उद्यान राज्यमंत्री ने सोमवार को बताया कि में विभाग के 50 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इसके उपलक्ष्य में 3 दिसंबर को गोरखपुर के योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में गोरखपुर एवं बस्ती मंडल की संयुक्त औद्यानिक उन्नयन गोष्ठी होगी। उन्होंने बताया कि गोष्ठी का उद्देश्य किसानों, बागवानों, घरेलू निर्यातकों एवं कृषि उद्यमियों को आधुनिक तकनीकों, राज्य सरकार की योजनाओं और वैश्विक बाजार की संभावनाओं से अवगत कराना है।
कार्यक्रम में ‘रूफ टॉप गार्डनिंग’ विषय रखा गया है। जिसके अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में छतों पर फल-सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने, शहरों में हरियाली बढ़ाने और लोगों को ताजी सब्जियां घर पर ही उपलब्ध कराने के उपायों पर चर्चा होगी। दूसरा विषय कम क्षेत्रफल में अधिक मूल्य वाली औद्यानिक फसलें है। इसके विषय विशेषज्ञ किसानों को औषधीय पौधों, मसालों, फूलों और उच्च मूल्य वाली अन्य फसलों की तकनीकी खेती और बाजार उपलब्धता के बारे में मार्गदर्शन करेंगे। इसके अलावा तीसरा विषय घरेलू निर्यातकों को वैश्विक बाजार से जोड़ना है। कार्यक्रम में उद्यान एवं मंडी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक, एफपीओ प्रतिनिधि, प्रगतिशील किसान और घरेलू निर्यातक बड़ी संख्या में प्रतिभाग करेंगे।
