इंडिगो के खिलाफ जांच जारी : एयरलाइन पर करेंगे कड़ी कार्रवाई, राज्यसभा में बोले नागर विमानन मंत्री नायडू
नई दिल्ली। राज्यसभा में सोमवार को नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार ने इंडिगो की बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द किए जाने के संबंध में जांच शुरू कर दी है और एयरलाइन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि अन्य एयरलाइनों के लिए उदाहरण पेश किया जा सके।
उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए नायडू ने इंडिगो एयरलाइंस को उसके दिन-प्रतिदिन के संचालन के दौरान चालक दल और ड्यूटी रोस्टर को प्रबंधित करने में विफल करार दिया। उन्होंने कहा, “हम इस स्थिति को हल्के में नहीं ले रहे हैं। हम एक जांच कर रहे हैं। हम न केवल इस मामले में बल्कि एक मिसाल पेश करने के लिए भी बहुत, बहुत कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने पूरक प्रश्न पूछते हुए यह जानना चाहा कि क्या इंडिगो संकट ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (एएमएसएस) में गलती के कारण हुआ था? यह एक तकनीकी समस्या है जिसने नवंबर 2025 की शुरुआत में उड़ान सेवाओं को बाधित किया था।
विमानन मंत्री ने स्पष्ट किया कि इंडिगो संकट एएमएसएस से संबंधित नहीं था बल्कि इंडिगो की आंतरिक क्रू रोस्टर प्रणाली में विसंगतियों और कुप्रबंधन के कारण हुआ था। अप्रैल 2025 के उच्च न्यायालय के आदेश के बाद तैयार किए गये नये उड़ान ड्यूटी समय पाबंदी (एफडीटीएल) दिशानिर्देश की विस्तार से जानकारी देते हुए नायडू ने कहा कि कुल 22 एफडीटीएल दिशानिर्देश थे, जिनमें से 15 को एक जुलाई 2025 से और शेष सात को एक नवंबर 2025 से लागू किया गया।
नायडू के अनुसार, एफडीटीएल के कार्यान्वयन के संबंध में इंडिगो सहित कई हितधारकों से परामर्श किया गया था और सरकार ने यह बहुत स्पष्ट कर दिया था कि सभी एयरलाइनों को सुरक्षा से समझौता किए बिना नियमों का पालन करना होगा।
उन्होंने कहा कि एक नवंबर 2025 को जब एफडीटीएल पूरी तरह से लागू हुआ, उसी समय नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) सभी एयरलाइनों के साथ निरंतर परामर्श करता रहा है, क्योंकि उन्होंने अपने संचालन में विविधताओं के कारण कुछ छूट का अनुरोध किया था।
नायडू ने कहा, “व्यापक परामर्श और सुरक्षा जोखिम मूल्यांकन के बाद, आवश्यक विविधताएं और छूट पहले ही दे दी गई थीं’’। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा संकट नयी एफडीटीएल के संचालन के लगभग एक महीने बाद हुआ। संकट के लिए इंडिगो पर दोषारोपण करते हुए नायडू ने कहा कि एक दिसंबर 2025 को भी, जब मंत्रालय ने इंडिगो से एफडीटीएल पर बात की तो कंपनी ने उस मुद्दे को नहीं उठाया था जिसने संकट पैदा किया।
उन्होंने कहा, “यह एक दिन-प्रतिदिन का कामकाज है, जिसे इंडिगो को कायम रखना चाहिए था। इंडिगो को अपने दिन-प्रतिदिन के संचालन के माध्यम से क्रू, रोस्टर को प्रबंधित करना था।” नायडू ने कहा, “यदि किसी भी एक व्यक्ति, संस्था, संगठन या किसी भी ऑपरेटर द्वारा नागरिक उड्डयन में कोई भी गलत अनुपालन और गैर-अनुपालन होता है, तो हम बहुत, बहुत कड़ी कार्रवाई करेंगे ताकि उद्योग में एक उदाहरण स्थापित हो सके।”
