लखनऊ: विपक्षी दलों ने मुसलमानों के प्रति भाजपा-आरएसएस की धारणा को विकृत तरीके से पेश किया: अंसारी 

लखनऊ: विपक्षी दलों ने मुसलमानों के प्रति भाजपा-आरएसएस की धारणा को विकृत तरीके से पेश किया: अंसारी 

अमृत विचार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने विपक्षी दलों पर मुसलमानों के प्रति भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की धारणा को विकृत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया। अंसारी ने दावा किया कि आम मुस्लिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना हितैषी मानता है। अंसारी ने बुधवार को 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा, ''भाजपा मुसलमानों के खिलाफ है, यह भ्रम विपक्षी दलों ने फैलाया है, क्योंकि वे मुसलमानों को सिर्फ एक वोट बैंक तक सीमित रखना चाहते हैं। विपक्ष नहीं चाहता कि मुस्लिम विकास से जुड़ें। 

उन्होंने आगे कहा कि आज की सच्चाई यह है कि आम मुस्लिम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना हितैषी मानता है।'' उन्होंने कहा ''प्रधानमंत्री ने मुस्लिम समाज को लेकर मंगलवार को जो बयान दिया है, सभी मुसलमानों ने उसका स्वागत किया है और वे एकजुट होकर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की तरक्की में अपनी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का पसमांदा (पिछड़ा) वर्ग बहुत बड़ा तबका है जिन्हें सशक्त किये बगैर मुस्लिम समुदाय की तरक्की की कल्पना नहीं की जा सकती।

अंसारी ने कहा कि भाजपा सरकार ने हर कदम पर पसमांदा समाज को सशक्त करने का काम किया है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिन चली बैठक में पार्टी को मुस्लिम समुदाय की बीच पकड़ मजबूत करने का संदेश दिया। बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पार्टी नेता मुस्लिम समुदाय के बारे में गलत बयानबाजी ना करें, बल्कि देशभर में मुसलमानों के पास जाकर उनसे बात करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को बोहरा और पसमांदा मुसलमानों से खास तौर पर बातचीत करने के निर्देश पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को दिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सीधा संदेश देते हुए कहा कि कोई वोट दे या ना दे लेकिन उससे जरूर मिलें।

 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के मुसलमानों को लेकर हाल में दिये गये बयानों के बारे में उत्तर प्रदेश के एकमात्र मुस्लिम मंत्री अंसारी ने कहा, ''राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुस्लिम विरोध की धारणा कभी नहीं रही। ऐसे में यह कहना कि संघ का मुसलमानों के प्रति रुख में अब नरमी आ रही है, न्यायसंगत नहीं होगा।’’ उन्होंने कहा कि संघ हमेशा से देश का हितैषी संगठन रहा है, लेकिन विपक्ष समाज को गलत दिशा में भ्रमित करने का काम करता है और उसने संघ के लिये भी यही किया। अंसारी ने कहा कि संघ समाज और राष्ट्र की सेवा के लिये काम करने वाला संगठन है और हमेशा जब हर जाति—धर्म के सभी लोग जब एकजुट होंगे तभी देश तरक्की की तरफ आगे बढ़ेगा। 

उन्होंने आगे कहा, ‘‘संघ की भी यही सोच है और आपने देखा भी होगा कि समय-समय पर संघ ने अपने बयानों के जरिये यह प्रदर्शित किया है। संघ प्रमुख कुछ दिनों पहले दिल्ली के एक मदरसे में भी गये थे। हर समाज के बीच एक बेहतर संवाद रहे, यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच है।'' अंसारी ने विपक्षी दलों पर संघ की सोच को 'विकृत' ढंग से पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिनको मुसलमान अपना हितैषी समझते थे, असल में वे मुसलमानों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के किसी भी नेता ने मुसलमानों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये ठोस काम नहीं किया। प्रदेश की पूर्ववर्ती मायावती और अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में मुस्लिम समाज की शिक्षा और रोजगार के ग्राफ को देखें और वर्ष 2017 के बाद से अब तक भाजपा के शासन में संबंधित ग्राफ को देखें तो हर कसौटी पर मुस्लिम समाज आगे बढ़ रहा है।

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