सुल्तानपुर: अब गोआश्रय स्थलों के रखरखाव में नहीं आएगी धन की कमी

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Published By Jagat Mishra
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मोतिगरपुर/ सुलतानपुर, अमृत विचार। गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशुओं के भरण पोषण, रखरखाव एवं केयरटेकरों के मानदेय के फंड में अब कमी नहीं आएगी। इसके लिए जिलाधिकारी रवीश कुमार गुप्ता ने एक अच्छी पहल की है। गोवंश के भरण-पोषण के लिए गैप की धनराशि प्रतिपूर्ति के लिए ग्राम निधि फंड से कुछ अंश धनराशि लिए जाने का आदेश जारी किया है।

ग्राम पंचायतों से ली गई अंश धनराशि गो-आश्रय स्थल के खाते में जमा होगी। जिसका संचालन संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव और ग्राम प्रधान के संयुक्त हस्ताक्षर से गोवंश भरण पोषण के लिए ली जाएगी। बीडीओ मोतिगरपुर संतोष कुमार गौतम ने बताया कि एक पशु के भरण-पोषण के लिए प्रतिदिन 62 खर्च आता है। जबकि शासन से 30 मिलते हैं, जोकि भरण पोषण में 32 का गैप पैदा करता है। जिसके कारण पशुओं का भरण-पोषण, केयरटेकरों का मानदेय एवं गौशालाओं का रखरखाव सही से नहीं हो पा रहा था। राज्य सरकार के शासनादेश के क्रम में डीएम द्वारा जारी आदेश पर राज्य वित्त आयोग से इस ग्रुप की प्रतिपूर्ति की जाएगी। इसके तहत ब्लॉक की सभी ग्राम पंचायतों की ग्राम निधि से एक निर्धारित अंश की धनराशि ग्राम पंचायत के खाते में जमा कराई जा रही है।

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