Dental Health : पायरिया और कैविटी से दांतों की मजबूती हो रही खत्म

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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जिला अस्पताल व कोठीवाल डेंटल कॉलेज में रोजाना पहुंच रहे 100 से अधिक मरीज, सबसे ज्यादा कीड़ा लगने से खोखली हो रही दाढ़

मुरादाबाद, अमृत विचार। जिला अस्पताल के डेन्टल सर्जन डॉ. सौरभ मिश्रा ने बताया कि दांत खराब होने का बड़ा कारण है कि लोग सुबह और रात दोनों समय दांतों पर ब्रश नहीं करते। बताया कि रात में ब्रश करके सोना चाहिए। इससे दांत मजबूत होते हैं साथ ही इससे पायरिया और दांतों में कीड़े लगने से निजात मिलती है। रात में ब्रश न करने से खाने के कण दांतों के बीच में फंसे रहते हैं, जिससे सड़न के साथ बैक्टीरिया पनपते हैं। यह बैक्टीरिया एसिड छोड़ते हैं जिससे मसूड़े कमजोर हो जाते हैं। बताया कि गुरुवार को ओपीडी में लगभग 75 मरीजों ने दिखाया।    

उधर, कोठीवाल डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. स्वतंत्र अग्रवाल ने बताया कि लोगों का खानपान बदल रहा है। फास्ट फूड, चॉकलेट व चिंगम समेत ऐसी चीजें बच्चों और युवाओं के खानपान में शामिल हो गई है जिसके कारण दांतों की समस्याएं अब बढ़ गई हैं। बताया कि रोजाना 100 मरीज दांतों की समस्या को लेकर पहुंच रहे हैं। सबसे ज्यादा मरीज दांतों में कैविटी (कीड़े लगना) और पायरिया के हैं। पायरिया में दांत ढीले होकर हिलने लगते हैं। मसूड़ों से मवाद और रक्त निकलने लगता है। दांतों पर कड़ी पपड़ियां जम जाती हैं और मुंह से दुर्गंध आने लगती है।

देहात वाले पायरिया से परेशान
डॉ. एलोरा ने बताया कि देहात के मरीजों में पायरिया ज्यादा निकल रहा है, जबकि शहर के मरीजों में कैविटी की समस्या है। गांव में ब्रश करने का चलन कम है, जिस कारण पायरिया से पीड़ित ज्यादा हैं। बताया कि ग्रामीण लोगों में जागरूकता आई है। वह दांतों की समस्या को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं।

नियमित करें दांतों की सफाई 
एक साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के दांत भी मुलायम ब्रश से जरूर साफ करने चाहिए। दूध पिलाने के बाद भी मुंह की ठीक से सफाई करनी चाहिए, जिससे दांतों में बैक्टीरिया पनपने का खतरा करीब 90 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा परिजनों को खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए।

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