नगालैंड: विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर BJP और NDPP में असंतोष

नगालैंड: विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर BJP और NDPP में असंतोष

कोहिमा। नगालैंड विधानसभा चुनाव के लिए राज्य के दो सबसे बड़े राजनीतिक दलों नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीट बंटवारे को लेकर मतभेदों के कारण उनका चुनाव प्रचार शुरू नहीं हो पा रहा है। एनडीपीपी और भाजपा ने 2018 का विधानसभा चुनाव 40:20 के अनुपात में सीट बंटवारे के फॉर्मूला के साथ लड़ा था और क्रमश: 18 और 12 सीटों पर जीत दर्ज करके सरकार बनाई थी।

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उन्हें नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के दो विधायकों, जदयू के एक विधायक और एक निर्दलीय सदस्य का भी समर्थन प्राप्त था। इसके साथ राज्य में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का तीन बार का शासन समाप्त हो गया था जबकि उसने 60 सदस्यीय विधानसभा में 26 सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में, मुख्यमंत्री नीफीयू रियो की अगुवाई वाली एनडीपीपी ने तीन उप चुनाव जीतकर अपनी सदस्य संख्या 21 कर ली और फिर अप्रैल 2022 में पूर्व मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग के नेतृत्व वाली एनपीएफ के 21 विधायकों को भी अपने पाले में कर लिया।

हालांकि, पिछले दिनों चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए एनडीपीपी और भाजपा की बैठक में 40:20 के अनुपात में सीट बंटवारे के पुराने फॉर्मूले को अपनाने के मुद्दे पर दोनों दलों की ओर से विरोध देखा गया और उनके नेताओं ने अधिक सीटों की मांग की। विधायक इमकोंग एल इमचेन ने सबसे पहले इस मामले में असहमति जताई। उन्होंने पिछले साल अप्रैल में एनडीपीपी का दामन थाम लिया था, लेकिन बाद में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गये थे।

भाजपा कार्यकर्ता और उसके उम्मीदवार डॉ ए सुखतो सेमा के समर्थक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि यह सीट पार्टी के पास रहनी चाहिए और एनडीपीपी के खाते में नहीं जानी चाहिए। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को राज्य की राजधानी की सात में से एक भी सीट पर उम्मीदवार उतारने का मौका नहीं मिला था। हालांकि, इस बार कोहिमा जिला भाजपा इकाई मांग कर रही है कि कम से कम एक सीट पर पार्टी के प्रत्याशी को उतारना चाहिए।

भाजपा की कोहिमा जिला इकाई के अध्यक्ष ख्रीली उसोऊ ने सोमवार को यहां राज्य पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए कहा, ‘‘कोहिमा इकाई कह रही है कि एनडीपीपी को भाजपा के लिए कम से कम एक सीट- दक्षिण अंगामी-2 को छोड़ देना चाहिए जहां से इस समय एनडीपीपी विधायक जाले नीखा प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।’’ एनडीपीपी को भी अपने विधायकों के इसी तरह के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 जनवरी है। मतदान 27 फरवरी को और मतगणना दो मार्च को होगी।

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