IND vs AUS Test : 'मैं थका हुआ हूं...', भारत दौर से पहले David Warner का बड़ा बयान

'ऑस्ट्रेलिया के पास टेस्ट और सीमित ओवरों के लिए अगल कोच होने चाहिये' 

IND vs AUS Test : 'मैं थका हुआ हूं...', भारत दौर से पहले David Warner का बड़ा बयान

मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के स्टार सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर नौ फरवरी से नागपुर में भारत के खिलाफ शुरू हो रही आगामी चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले काफी थके हुए हैं। वॉर्नर (36 वर्ष) ने गर्मियों के व्यस्त कार्यक्रम में कई प्रारूपों के मुकाबले खेले जिसमें जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे श्रृंखला शामिल हैं। वॉर्नर टी20 विश्व कप में खेलने के साथ बिग बैश लीग में सिडनी थंडर्स के लिये आधा दर्जन मैचों में भी खेले। 

वॉर्नर ने क्रिकबज’ से कहा, यह काफी चुनौतीपूर्ण है। मैं काफी थका हुआ हूं। उन्होंने कहा, कुछ खिलाड़ी यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) लीग के लिए गये हैं लेकिन क्रिकेट आस्ट्रेलिया के पुरस्कार समारोह में शिरकत नहीं कर रहे हैं। पर अगर मेरी बात करें तो घर पर परिवार के साथ एक और रात घर पर रहना अच्छा होता। लेकिन यह आपके हाथ में नहीं है। वॉर्नर ने अपने 100वें टेस्ट में दोहरा शतक लगाकर खराब फॉर्म से वापसी की। वह सिडनी थंडर्स के लिये 20 गेंद में नाबाद 36 रन की पारी के दौरान अच्छी फॉर्म में दिखे।

उन्होंने कहा, मैं थंडर्स टीम में कुछ ऊर्जा भरने की कोशिश कर रहा हूं। लेकिन इस साल यह अच्छा नहीं रहा। लेकिन उम्मीद करता हूं कि अगले साल मैं अब की तुलना में ज्यादा तरोताजा होकर खेलूं।  

'ऑस्ट्रेलिया के पास टेस्ट और सीमित ओवरों के लिए अगल कोच होने चाहिये' 
इधर, ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे से पहले पूर्व स्पिनर स्टीव ओ'कीफ ने विभिन्न प्रारूपों के लिए अलग-अलग कोच रखने की वकालत करते हुए कहा कि इससे एक व्यक्ति पर दबाव कम करने में मदद मिलेगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के दौरे पर टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला खेलेगी। एंड्रयू मैकडॉनल्ड वर्तमान में सभी प्रारूपों में ऑस्ट्रेलिया के कोच है। उन्होंने पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला से पहले जस्टिन लैंगर की जगह ली थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए नौ टेस्ट और सात टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले ओ'कीफ का मानना है कि अगर दो कोच वाला तरीका इंग्लैंड के लिए कारगर हो सकता है, तो कोई कारण नहीं है कि यह ऑस्ट्रेलिया के लिए काम नहीं करेगा। इंग्लैंड ने टेस्ट और सफेद गेंद प्रारूप में अलग-अलग कोच रखने के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है। कोच ब्रेंडन मैकुलम के नेतृत्व में टेस्ट टीम ने 10 में से नौ टेस्ट जीते हैं, जबकि मैथ्यू मॉट के नेतृत्व में इंग्लैंड ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप जीता था। ऑस्ट्रेलिया के यह साल काफी व्यस्त रहेगा। इसमें टीम को बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला, एशेज और भारत में एकदिवसीय विश्व कप जैसे अहम टूर्नामेंट शामिल हैं। 

'मुझे लगता है कि इंग्लैंड के तरीके का पालन करना कारगर होगा'
ओ'कीफ का मानना है कि अगल कोच रखने का यह सही समय है। इस पूर्व स्पिनर ने शनिवार को कहा, मुझे लगता है कि इंग्लैंड के तरीके का पालन करना कारगर होगा। टीम के कोच पर यात्रा करने का बहुत दबाव होता है, वे साल में कभी-कभी 300 दिन घर से दूर रहते हैं। उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया को आने वाले समय में भारत और इंग्लैंड का सामना करना है। यह काफी दबाव वाला टूर्नामेंट होता है। मुझे लगता है कि टी20, एकदिवसीय और टेस्ट के लिए कोच का एक पूल तैयार कर इस बोझ को कम किया जा सकता है। ओ'कीफ ने कहा कि अलग-अलग कोच समय की जरूरत थी क्योंकि विभिन्न प्रारूपों में क्रिकेट अलग-अलग तरीके से विकसित हुआ था। उन्होने कहा, अब हर प्रारूप दूसरे से काफी अलग है। मैं एंड्रयू मैकडोनाल्ड की काबिलियत पर शक नहीं कर रहा हूं। वह एक शानदार कोच हैं, लेकिन मुझे लगता है कि भविष्य में अगर हमारे पास सफेद गेंद और लाल गेंद प्रारूप में अलग कोच होते है तो यह आगे बढ़ने का सही तरीका होगा। 

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