चित्रकूट: पीएम आवास के लिए रिश्वत मांग रहे पंचायत मित्र का Audio Viral, एडीओ पंचायत ने आख्या
रामनगर (चित्रकूट)। सरकारी योजनाओं का लाभ देने में जिम्मेदार किस तरह काम करते हैं, यह किसी से छिपा नहीं। अक्सर योजनाओं के पारदर्शी क्रियान्वयन को लेकर सवाल उठते रहे हैं। ताजा मामला ब्लॉक मऊ अंतर्गत गांव रेड़ी भुसौली का है। यहां पंचायत मित्र पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों के नाम पर सुविधा शुल्क मांगने के आरोप लग रहे हैं।
इस संबंध में एक आडियो वायरल होने से मामला और भी गंभीर हो गया है। (हालांकि अमृत विचार इस आडियो की पुष्टि नहीं करता।) मऊ की ग्राम पंचायत रेड़ी भुसौली के देशराज, गोलू, सूरजभान, गुड़िया आदि ग्रामीण बताते हैं कि उन लोगों का अपना घर नहीं है। कोई कहीं तो कोई कहीं झोपड़ी बनाकर जीवन बसर कर रहा है।

इन सभी का दावा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों में उनका नाम था पर सत्यापन के दौरान पंचायत मित्र ने उन लोगों से अधिकारियों को देने के नाम पर सुविधा शुल्क के नाम पर बीस हजार रुपये की मांग की। जब उन लोगों ने इसमें असमर्थता जताई तो उनका नाम काट दिया गया।
अपात्रों के खाते में आ गया धन
ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन लोगों ने पैसा नहीं दिया तो उनकी जगह दूसरों को इसका लाभ दे दिया गया। इनका कहना है कि कई अपात्रों के खाते में भी पैसा आ गया है। गांववालों ने इस संबंध में कई अपात्र ग्रामीणों के नाम भी बताए हैं। इस संबंध में पंचायत मित्र का आडियो भी वायरल हुआ है। गांववालों का कहना है कि इस संबंध में खंड विकास अधिकारी और उप जिलाधिकारी से शिकायत की गई पर कुछ नहीं हुआ।
पंचायत मित्र ने दी सफाई
उधर, इस संबंध में पंचायत मित्र रामराज उर्फ रज्जू ने बताया कि जो भी आवास स्वीकृत हुए हैं, वे सचिव के सत्यापन के बाद हुए हैं। जब आडियो के संबंध में बात की गई तो उसका कहना था कि प्रधान के कहने पर उसने बात की थी और पैसे की बात बातचीत में मुंह से निकल गई।

प्रधान पति ने भी रखा अपना पक्ष
प्रधान गुड़िया देवी के पति रामलोचन निषाद ने कहा कि उसे पंचायत मित्र ने बताया था कि फाइल तैयार करने में खर्च होगा, इसे कौन देगा तो उसने यह कहा था कि इसका खर्च लाभार्थियों से लें। उसका कहना है कि उसे नहीं पता था कि यहां बीस हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। रामलोचन ने तो यहां तक कहा कि उसे दुख है कि पात्रों के नाम काटे गए हैं। उसे पता चला है कि बिना प्रधान के हस्ताक्षर के भी लगभग 15 आवास स्वीकृत हुए हैं।
पंचायत मित्र से मांगी आख्या- एडीओ पंचायत
इस संबंध में एडीओ पंचायत आशुतोष कुमार ने बताया कि आडियो के संबंध में पंचायत मित्र से आख्या मांगी गई है। अगर आरोप साबित होता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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