लखनऊ में खोदाई से क्षतिग्रस्त हुआ पड़ोस का मकान देखने पहुंचे अधिकारी, हुआ विरोध  

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Published By Jagat Mishra
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इससे पहले अभियंताओं को जांच में नहीं मिली थी दरारें

लखनऊ, अमृत विचार। गोमती नगर में एक प्लाट की खोदाई से उससे सटा क्षतिग्रस्त हुआ मकान देखने पहुंचे उच्च अधिकारियों की टीम को दरारें मिलीं और परिवार को खतरा बताया। जबकि इससे पहले सहायक व अवर अभियंता को जांच में कमी नहीं मिली थी। इस बात से नाराज पीड़ित परिवार ने टीम का विरोध किया और हंगाम किया।

गोमती नगर के विनीत खंड में डॉ. शानू रस्तोगी अपने प्लाट पर आवासीय निर्माण करा रहे थे। गहरी और मानक से अधिक खोदाई से प्लाट से सटे पड़ोसी दुर्गा शंकर का दो मंजिला मकान दरारें पड़ने से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। खतरे की आशंका पर परिवार सामान समेत बाहर रहने लगा। इधर, डॉ. शानू रस्तोगी पर एफआईआर भी कराई गई थी। इस मामले में सहायक अभियंता व अवर अभियंता ने जांच की तो उन्हें किसी तरह की दरारें नहीं मिली। 

इधर, बुधवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, जोनल अधिकारी डॉ. अरुण कुमार सिंह व अधिशासी अभियंता की तीन सदस्यीय टीम बनाकर जांच करने भेजा। अधिकारियों को मकान में चारोंतरफ दरारें मिलीं और क्षतिग्रस्त मिला। इससे खतरे की आशंका जताई। अब तक इसे अनदेखा और कार्रवाई न होने से नाराज पीड़ित परिवार ने जांच अधिकारियों के सामने विरोध कर हंगामा किया और किसी तरह का जवाब नहीं दिया। इससे टीम लौट आई। जोनल अधिकारी ने बताया कि निर्माण से मकान में दरारें आई हैं। पीड़ित का नुकसान हुआ है। इससे पहले प्लाट मालिक को नोटिस देकर काम रुकवा दिया था। अब पुलिस को सुरक्षा की दृष्टि से पत्र लिखा गया है कि किसी तरह से निर्माण न हो सके। जांच रिपोर्ट उपाध्यक्ष को सौंपेंगे।

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