बरेली: Hemophilia दिव्यांग प्रमाण पत्र वितरण-जागरूकता समारोह संपन्न, DM ने 40 मरीजों को दिया Certificate
बरेली, अमृत विचार। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में आज यानि सोमवार को जीवन रेखा हीमोफीलिया जन कल्याण समिति के तत्वाधान में हीमोफीलिया दिव्यांग प्रमाण पत्र वितरण एवं जागरूकता समारोह कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुआ।
जिलाधिकारी ने दिव्यांगों को प्रमाण पत्र वितरित किए एवं केक काटकर एक हीमोफीलिया विकलांग मानस रस्तोगी का जन्मदिन भी मनाया। उन्होंने कहा कि भारत की बात की जाए तो यहां लगभग 1 लाख 40 हजार लोग हीमोफीलिया से पीड़ित हैं। पुरुषों में 10 हजार में से एक को यह बीमारी होती है। ज्यादातर लोग हीमोफीलिया-ए के शिकार होते हैं, क्योंकि यही इस रोग का सबसे सामान्य प्रकार है, कुल मिलाकर देश की तकरीबन 13 प्रतिशत आबादी हीमोफीलिया के अलग-अलग प्रकारों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हीमोफीलिया पीड़ितों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रत्येक नागरिक द्वारा किया गया कार्य मानवता के कार्यों में सबसे पुनीत कार्य कहा जाएगा।
जीवन रेखा हीमोफिलिया जन कल्याण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया । हिमोफिलिया पीड़ित बच्चों को निशुल्क सहायता देने वाली उक्त संस्था के अध्यक्ष महेश पंडित और रेखा रानी को सम्मानित करने साथ बच्चो को प्रमाण पत्र दिया । @UPGovt @ChiefSecyUP @CMOfficeUP pic.twitter.com/ao1YVcL8st
— DM Bareilly (@dmbareilly) February 20, 2023
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे लोगों के भविष्य को लेकर अत्यधिक जागरूक है और उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है, मुख्य रूप से हीमोफीलिया पीड़ित के लिए सेक्टर 7, 8 व 9 की जरूरत होती है जो हर समय जिला अस्पताल में उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने 40 दिव्यांग हीमोफीलिया मरीजों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
संस्था के संस्थापक महेश पंडित ने बताया कि जीवन रेखा जन कल्याण समिति में लगभग 230 हीमोफीलिया मरीज पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों को सरकार की सुविधाओं से अवगत कराते हैं एवं समय-समय पर कैंप और बैठकें आयोजित कर सभी नई सुविधाओं एवं उपचार की जानकारी देते हैं।
एमडी डॉ0 अनुपम शर्मा ने बताया कि हीमोफीलिया-बी काफी दुर्लभ बीमारी है, इसमें व्यक्ति के खून में एक प्रोटीन की कमी हो जाती है जो खून जमाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रोटीन को ‘क्लॉटिंग फैक्टर‘ भी कहा जाता है, इस बीमारी से पीड़ित लोगों को अगर छोटी सी भी चोट लग जाए, तो उनके जख्म पर खून के थक्के नहीं जम पाते और खून लगातार बहता जाता है।
समिति की अध्यक्ष रेखा रानी ने बताया कि हीमोफीलिया एक अनुवांशिक बीमारी है जो ठीक तो नहीं हो सकती है लेकिन मरीज की ठीक से की गई देखरेख और उपचार के कारण उसके जीवन को स्वस्थ रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हीमोफीलिया मरीज को कभी भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, यात्रा और खेल के दौरान मरीज को काफी सतर्क रहने की आवश्यकता होती है, ज्यादा रक्तचाप जानलेवा साबित हो सकता है।
कार्यक्रम में संस्थापक महेश पंडित, अध्यक्ष रेखा रानी, नदीम शमसी, अनुपम शर्मा डॉक्टर मृदुला शर्मा, अधिवक्ता मिलन शर्मा, अनीता शर्मा, अधिवक्ता सौरभ पांडे, अधिवक्ता आदित्य पांडे, मयंक पंडित, शाहीन खाना, सलमा अंसारी, शेखर अग्रवाल, राजेश रस्तोगी, ममता, पंडित रंजना शर्मा, विवेक पाठक ठाकुर, बृजेंद्र सिंह, अनूप शुक्ला सहित जनपद बरेली के साथ-साथ पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं एवं रामपुर के लोग भी शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन समाज सेवा मंच के अध्यक्ष नदीम शम्सी ने किया।
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