IND vs AUS: टीम इंडिया की बढ़ी टेंशन, इंदौर में पलटवार के लिए ऑस्ट्रेलिया ने तैयार किया खतरनाक प्लान

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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इंदौर। होलकर स्टेडियम में टेस्ट मैचों में रविचंद्रन अश्विन के शानदार रिकॉर्ड ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बेहद जोखिम और कम फायदे वाले स्वीप शॉट नहीं खेलने को प्रेरित किया जिसके कारण पहले दो मैचों में मेहमान टीम को हार का सामना करना पड़ा। अश्विन ने इस मैदान पर दो टेस्ट मैच में 12.5 रन प्रति विकेट के प्रभावशाली औसत से 18 विकेट लिए हैं। दिल्ली में अपनी दूसरी पारी में घुटने टेकने के एक हफ्ते बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम निर्धारित समय से पहले ही नेट सत्र के लिए पहुंच गई।

फिरोज शाह कोटला में भारतीय स्पिनरों के खिलाफ रणनीति के लिए टीम को आलोचना का सामना करना पड़ा जहां धीमी और नीची रहती गेंद के खिलाफ आधे बल्लेबाज स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में आउट हुए। बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी दोबारा जीतने का मौका गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम अपने तीन घंटे से अधिक के प्रशिक्षण सत्र में अपनी गलतियों से सीखने के लिए उत्सुक नजर आई। गेंद को स्वीप करने के बजाय स्टीव स्मिथ और उनकी टीम ने मुख्य रूप से स्पिनरों के खिलाफ आगे बढ़कर शॉट खेलने के अलावा फ्रंट फुट डिफेंस का प्रयास किया। स्मिथ और उस्मान ख्वाजा नेट पर सबसे पहले आए और नाथन लियोन तथा मैथ्यू कुहनेमैन के खिलाफ एक घंटे से अधिक समय तक बल्लेबाजी की। 

ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्पिन के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक स्मिथ का प्रदर्शन अभी तक निराशाजनक रहा है और वह बुधवार से शुरू हो रहे मैच में इसमें सुधार करना चाहेंगे। लियोन ने ख्वाजा और स्मिथ दोनों को परेशान किया जबकि दोनों अपने डिफेंस को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध दिखे। अधिकांश बड़े शॉट अनुभवहीन कुहनेमैन पर खेले गए। कोटला में एक घंटे की खराब बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया को हार का सामना करना पड़ा जबकि वे अच्छी तरह जानते थे कि भारतीय पिचों पर स्वीप जोखिम भरा और कम प्रभावी स्कोरिंग विकल्प है। उन्हें अपने डिफेंस पर अधिक भरोसा करने और अश्विन तथा उनके साथियों की लय खराब करने के लिए नियमित रूप से क्रीज से बाहर आकर खेलना होगा। सभी बल्लेबाजों के अभ्यास करने के बाद स्मिथ और ख्वाजा दोबारा नेट पर लौटे। 

ख्वाजा के अलावा स्वीप का अभ्यास करने वाले अन्य बल्लेबाज एलेक्स कैरी थे जो एक ही तरह का शॉट खेलते हुए चार बार आउट हो चुके हैं। मार्नस लाबुशेन, ट्रेविस हेड और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी और लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन का सामना किया जो अपने बच्चे के जन्म के बाद टीम के साथ फिर से जुड़ गए हैं। हैंड्सकॉम्ब अब तक दौरे पर स्पिनरों के खिलाफ सबसे सहज दिखे हैं। दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के बीच सबसे अधिक आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले हेड ने स्वेपसन के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेले। 

अंगुली में चोट के कारण पहले दो टेस्ट से बाहर रहे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क तीसरे टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में नियमित कप्तान पैट कमिंस की जगह लेंगे जो ऑस्ट्रेलिया में अपनी बीमार मां के साथ हैं। स्टार्क ने कहा कि वह अभी शत प्रतिशत फिट नहीं हैं लेकिन उन्होंने कैमरन ग्रीन को करीब एक घंटे तक गेंदबाजी की और अच्छी गति हासिल की। लांस मौरिस ने उनके साथ गेंदबाजी की और ग्रीन को कई मौकों पर अपनी गति और मूवमेंट से छकाया। सत्र में बाद में गेंदबाजी करने वाले ग्रीन अंगुली की चोट के कारण पहले दो टेस्ट से बाहर रहने के बाद श्रृंखला में अपना पहला टेस्ट खेलने की तैयारी कर रहे हैं। कमिंस और डेविड वार्नर के बाहर होने के बाद ग्रीन और स्टार्क उनकी जगह लेने के लिए स्वाभाविक विकल्प हैं। 

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