लखनऊ: सिर्फ छज्जा अतिरिक्त बताकर एलडीए ने मकान कर दिया सील, महिला ने लगाया आरोप
लखनऊ, अमृत विचार। मकान का छज्जा अतिरिक्त बताकर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पूरा घर सील कर दिया। जबकि पूरी कॉलोनी अवैध बसी हुई है। दो साल से न्याय के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन, सुनवाई नहीं हो रही है। यह गुहार एक महिला ने रो-रोकर नागरिक समाधान दिवस में लगाई है। मंगलवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में नागरिक समाधान दिवस आयोजित हुआ। जिसकी अध्यक्षता मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने की।
साथ में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार, लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह रहे। इस दौरान बिजली, पानी, यातायात संबंधित समस्याएं सुनीं गईं। इस दौरान गोमती नगर क्षेत्र के अतंर्गत भरवारा निवासी मंजू पहुंचीं। उन्होंने मंडलायुक्त से एलडीए के अधिकारियों की शिकायत की। रो-रोकर बताया कि उनका मकान बिना मानचित्र स्वीकृत बताकर एलडीए ने सील कर दिया है। जिसमें सिर्फ बाहर का छज्जा अतिरिक्त बना बताया गया है। जबकि पूरी कालोनी अवैध बनी है। दो साल से न्याय नहीं मिला रहा है।
वहीं, दूसरा प्रकरण रामेश्वर यादव का रहा। उन्होंने बताया कि 1985 से चक्कर लगा रहे हैं। उनकी भूमि एलडीए ने बेचकर आवासीय योजना बसा दी। जिसका मुआवजा नहीं दिया है। समाधान दिवस में इस तरह के 83 प्रकरण आए। जिसमें 22 का मौके पर निस्तारण किया गया। मंडलायुक्त ने कहा कि एक रजिस्टर में शिकायतें दर्ज करें। समाधान का अंकन भी किया करें।
आयोजन से असंतुष्ठ, लगाए आरोप
नेहरू इंक्लेव में बने फ्लैटों की मूलभूत सुविधाओं से संबंधित शिकायत समाधान दिवस में पहुंची। वहां की निवासी डॉ. अंजू वार्ष्णेय ने समस्याओं से अफसरों को अवगत कराया। उनका आरोप है कि उन्हें बेतुका जवाब मिला। जबकि शॉपिंग कांप्लेक्स, सामुदायिक केंद्र, खेल मैदान, पार्क आदि बनाकर देने का वादा किया था। दो साल से बराबर चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन, ऐसे आयोजनों में समाधान नहीं हो रहा है।
इन विभागों की इतनी शिकायतें
लखनऊ विकास प्राधिकरण 51, नगर निगम 16, जल निगम दो, स्मारक समिति एक, लोक निर्माण विभाग दो, जिलाधिकारी कार्यालय छह, लेसा एक, पुलिस की चार।
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