लालू-राबड़ी की जमानत पर बोले सुशील मोदी- वे हाथी चढे़ं या लड्डू बांटें, सजा होनी तय 

लालू-राबड़ी की जमानत पर बोले सुशील मोदी- वे हाथी चढे़ं या लड्डू बांटें, सजा होनी तय 

पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी एवं उनकी पुत्री मीसा भारती को सिर्फ जमानत मिली है, इन्हें दोषमुक्त या बरी नहीं किया गया है कि राजद के लोग फूले नहीं समा रहे हैं और लड्डू बांट रहे हैं।

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 मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि श्री यादव की बीमारी और दो आरोपियों के महिला होने पर नरम रुख अपनाते हुए 50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दी गई है। उन्होंने कहा कि यह राहत कोई न्यायिक जीत नहीं, जिसका जश्न मना कर भ्रम फैलाया जा रहा है। भाजपा सांसद ने कहा कि श्री यादव चारा घोटाला में गिरफ्तारी के बाद जब पहली बार जमानत पर छूटे थे, तब हाथी पर सवार होकर लौटे थे।

क्या इससे न्याय प्रक्रिया पर कोई फर्क पड़ा। श्री यादव चारा घोटाला के एक भी मामले में बरी क्यों नहीं हुए। उन्हें सजा काटनी ही पड़ी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने नौकरी के बदले जमीन मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को इतने पुख्ता सबूत उपलब्ध कराये हैं कि दोषियों को देर-सबेर सजा होनी तय है।

 मोदी ने कहा कि अभियोग पत्र दायर होने के साथ जब ट्रायल शुरू होगा, तब उन्हें अपने गुनाह से जुड़े कठिन सवालों का जवाब देना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि न्यायालय में यादव को बताना होगा कि रेलवे के चपरासी हृदयानंद चौधरी ने अपनी कीमती जमीन उनके परिवार को गिफ्ट क्यों की।

नौकरी और गिफ्ट के बीच क्या कोई संबंध नहीं था। लालू परिवार से जो सवाल अदालत में पूछे जाएंगे, वही सवाल उनसे बिहार की जनता भी पूछेगी। लड्डू बांटने से सवाल खत्म नहीं हो जाएंगे। 

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