शाहजहांपुर: बिजली कर्मी पूर्ण हड़ताल पर, गांवों में पड़ रहा असर

जलालाबाद, तिलहर, पुवायां सहित कई क्षेत्रों में फाल्ट ठीक होने में हुई देरी

शाहजहांपुर: बिजली कर्मी पूर्ण हड़ताल पर, गांवों में पड़ रहा असर

शाहजहांपुर, अमृत विचार। विद्युत निगम के प्रबंधन पर मांगों को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए पूर्ण हड़ताल पर चले गए हैं। इसका असर गांवों की बिजली आपूर्ति पर पड़ रहा है। हालांकि जिला प्रशासन का दावा है कि जनपद में विद्युत हड़ताल का कोई प्रभाव नहीं है। एडीएम वित्त त्रिभुवन ने बताया कि विद्युत आपूर्ति बनाए रखने के लिए संविदा कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। जिले के पांच डिवीजन में स्थापित 33/11 के 43 उपकेंद्रों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस की तैनाती कर दी गई है।

जिले में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति शाहजहांपुर के संयोजक अभिषेक राय ने प्रांतीय आहवान पर जिले के सभी बिजली कर्मियों के साथ गुरुवार से हड़ताल कर दी। दूसरे दिन शुक्रवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर एकत्र होकर 72 घंटे की हड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान धरना और प्रदर्शन किया गया। धरने पर ईई अरविंद कुमार, राजकुमार कुर्मी, आरएन कमल, सौरभ शाक्य, राजेश सिंह, मनीष चंद्र, विजय कुमार, रमाशंकर, तेजराम कठेरिया आदि मौजूद रहे। बिजली कर्मियों की हड़ताल की वजह से तिलहर, पुवायां, जलालाबाद, बंडा, खुटार, कलान, कटरा आदि इलाकों में फाल्ट आने पर उसे ठीक कराने में काफी दिक्कत हुई। हालांकि घंटों इंतजार के बाद ही फाल्ट ठीक हो पाए, जिससे पूरा जिला प्रभावित हुआ। 

इस दौरान जेई और अधिशासी अभियंताओं के मोबाइल स्वीच ऑफ बताते रहे। उधर, रोजा विद्युत उपकेंद्र में इनकमिंग लाइन में अचानक फाल्ट आ जाने के कारण करीब तीन घंटे आपूर्ति ठप्प रही। इसके चलते सभी फीडरों से सप्लाई बंद करने के साथ ही पावर स्टेशन से आपूर्ति रोकी गई। विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कुछ लाइनमैन फाल्ट की मरम्मत के कार्य में जुटे रहे। करीब तीन घंटे बाद विद्युत सप्लाई शुरू हो पाई। बिजली कटौती से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न होने से उपभोक्ता परेशान हुए। रोजा विद्युत उप केंद्र के रोजा व मिश्रीपुर के आसपास के गांव प्रभावित रहे। 

हड़ताल का असर नहीं, संविदा कर्मी संभाल रहे जिम्मेदारी: एडीएम
एडीएम (वित्त/राजस्व) त्रिभुवन ने कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि जनपद में विद्युत हड़ताल का कोई प्रभाव नहीं है। उन्होंने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा गुरुवार से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल की गई है। बताया कि हड़ताल से बिजली सप्लाई प्रभावित न हो, इसके लिए 43 उप केन्द्रों पर विद्युत कर्मी और 751 संविदा कर्मी ड्यूटी दे रहे हैं। इन कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एहतियातन सभी उप केन्द्रों पर पुलिस व मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगा दी गई है।

नगर मजिस्ट्रेट व सभी उप जिला मजिस्ट्रेट को अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर सतर्क दृष्टि बनाये रखने के निर्देश दिये गए हैं। फिलहाल जिले में विद्युत हड़ताल का कोई प्रभाव नहीं है। साथ ही किसी भी समस्या से निपटने के लिए आईटीआई और जीटीआई अप्रेंटिस विद्यार्थियों के अतिरिक्त विद्युत वितरण निगमों के अंतर्गत अन्य लोगों की भी सेवाएं ली जा रही हैं। एडीएम ने चेतावनी दी है कि शांति एवं कानून-व्यवस्था भंग करने वाले उपद्रवियों के विरुद्ध नियमानुसार एस्मा लागू कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

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