बरेली: अफसरों की मिलीभगत से भूमि की क्षतिपूर्ति के 85 लाख की रकम हड़पी

बरेली: अफसरों की मिलीभगत से भूमि की क्षतिपूर्ति के 85 लाख की रकम हड़पी

बरेली, अमृत विचार। राष्ट्रीय राजमार्ग-74 काशीपुर-सितारगंज मार्ग के चौड़ीकरण के लिए कई साल पहले अधिग्रहण की गई भूमि की क्षतिपूर्ति धनराशि जारी करने को लेकर ऊधमसिंह नगर के विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय ने कई खेल किए थे। अधिकारियों का अब एक और कारनामा सामने आया है। अधिकारियों पर आरोप है कि राजेंद्र नगर की पूनम अग्रवाल की भूमि की क्षतिपूर्ति के 85 लाख 15 हजार 574 रुपये की धनराशि मिलीभगत से बहेड़ी क्षेत्र के हथमना के तीन लोगों को तीन चेकों के जरिए जारी कर दी गई। 

खेल से पर्दा उठने के बाद अफसरों में खलबली मची। विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी प्रत्यूष सिंह ने मामले की जांच कराई। तब यह बात सामने आई कि इस भूमि को लेकर न्यायालय में वाद विचाराधीन था। जबकि क्षतिपूर्ति लेने वाले तीनों आरोपियों ने अधिकारियों की मिलीभगत से भूमि पर कोई वाद विचाराधीन न होने का फर्जी शपथपत्र लगा दिया था। क्षतिपूर्ति की धनराशि प्राप्त करने वाले मोहन सिंह पुत्र अमरीक सिंह, हरदयाल सिंह पुत्र अमरीक सिंह और प्रभु अवतार सिंह पुत्र अवतार सिंह के विरुद्ध अपनी कोर्ट में वाद दर्ज करने के बाद विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी ने 28 जून, 2022 को फैसला सुनाया और तीनों के विरुद्ध वसूली प्रमाणपत्र जारी किए थे। 

इसमें मोहन सिंह से 4059886 रुपये, हरदयाल सिंह से 4064638 रुपये और प्रभु अवतार सिंह से 391050 रुपये वसूल करने हैं। ऊधमसिंह नगर के डीएम को धनराशि वसूल करानी थी। तीनों आरोपियों का पता पिपलिया गांव, तहसील किच्छा लिखा था। धनराशि वसूल कराने के निर्देश मिलने के बाद सितंबर 2022 में तहसीलदार किच्छा सुरेश चंद्र बुढलाकोटी ने एसडीएम किच्छा को एक रिपोर्ट भेजी, जिसमें लिखा कि तीनों आरोपियों के विरुद्ध ग्राम पिपलिया में कोई संक्रमणीय भूमि दर्ज अभिलेख नहीं है। वसूली प्रक्रिया गतिमान होना बताया था। इसके बाद 11 नवंबर 2022 में जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर की ओर से बरेली जिलाधिकारी को तीनों बकायेदारों से पूरी धनराशि वसूल कराकर खाते में जमा कराने को लेकर पत्र भेजा गया था। इस पत्र का संज्ञान लेते हुए 23 नवंबर 2022 को विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी बरेली आशीष कुमार ने डीएम को पत्र लिखा कि यह प्रकरण बरेली की भूमि अध्याप्ति इकाई से संंबंधित नहीं है और न ही प्रकरण में कोई कार्यवाही अपेक्षित है।

आरोपियों की ग्राम हथमना, तहसील बहेड़ी स्थित संपत्ति को कुर्क करने के संबंध में ऊधमसिंह नगर के सक्षम अधिकारियों द्वारा कोई पत्राचार नहीं किया गया है। हालांकि, इसके बाद अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संतोष बहादुर सिंह ने 13 जनवरी को उप जिलाधिकारी और तहसीलदार बहेड़ी को पत्र जारी कर निर्देश दिए थे कि वसूली प्रमाणपत्र के अनुसार तीनों आरोपियों से वसूल कराएं लेकिन किसी स्तर पर धनराशि वसूल कराने की पहल नहीं हुई। हर तरफ से निराशा हाथ लगने के बाद पूनम अग्रवाल ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को सभी सबूतों के साथ पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। पूनम अग्रवाल के पति दीपक अग्रवाल की 2021 में मौत हो चुकी है। पूनम के भतीजे आशीष ने बताया कि बरेली से लेकर ऊधमसिंह नगर के अफसरों के चक्कर काटकर थक चुके हैं। अब क्षतिपूर्ति के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी में हैं।

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