नई विदेश व्यापार नीति

नई विदेश व्यापार नीति

विदेशी व्यापार बढ़ाने के लिए देश में काफी समय से नई विदेश व्यापार नीति का इंतजार किया जा रहा था। शुक्रवार को वित्त वर्ष के अंतिम दिन नई विदेश व्यापार नीति सरकार की ओर से लांच कर दी गई। इस नई पॉलिसी का लक्ष्य देश के निर्यात को साल 2030 तक 2000 अरब डॉलर तक पहुंचाने का है। पिछले दो साल में विदेशी बाजारों में चुनौतियों के बावजूद भारत के निर्यात क्षेत्र के प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं और आगे के लक्ष्यों को भी प्राप्त कर लेंगे।

पिछली नीति पांच साल की अवधि के लिए एक अप्रैल, 2015 से प्रभाव में आई थी, लेकिन कोरोना महामारी फैलने की वजह से इसे कई बार विस्तार दिया गया। नई विदेश व्यापार नीति में चार नए एक्सपोर्ट टाउन (टीईई) विकसित करने का लक्ष्य रखा है। इसमें उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शहर शामिल होंगे। मौजूदा समय में 39 टीईई हैं और फरीदाबाद, मुरादाबाद, मिर्जापुर व वाराणसी के रूप में चार टीईई और विकसित किए जाएंगे। नई नीति भारतीय करेंसी को ग्लोबल करेंसी बनाने का लक्ष्य लेकर भी चल रही है।  

सरकार ने नई व्यापार नीति में छोटे मझोले उद्योगों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से हर जिले में निर्यात हब बनाने का लक्ष्य रखा है। उनके उत्पादों को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) की कोशिशें लगातार जारी हैं। ब्रिटेन के साथ एफटीए करने के बाद अब सरकार का जोर कनाडा से एफटीए पूरा करने पर है। इसका फायदा भी छोटे उद्यमों को ज्यादा मिलेगा।

इसके अलावा एमएसएमई के लिए निर्यात एप्लीकेशन की फीस भी 50 से 60 फीसदी तक घटाई गई है। ईपीसीजी (निर्यात संवर्धन के लिए पूंजीगत सामान), अनुज्ञप्ति के पुनर्सत्यापन और निर्यात दायित्व पूरा करने के समय को बढ़ाने के आवेदनों की मंजूरी एक दिन में देने की व्यवस्था गई है। इस काम में पहले तीन दिन से एक माह लगते थे।

परपंरा से हटकर भविष्य की उभरती अावश्यकताओं के अनुसार नई व्यापार नीति में सनसेट क्लाज (पटाक्षेप) तिथि नहीं है। यानि कोई डेडलाइन नहीं बनाई गई है, लेकिन फिलहाल इसे पांच साल के लिए लागू किया जाएगा और हर पांच साल पर इसकी समीक्षा की जाएगी। जानकारों के मुताबिक सरकार निर्यात को बढ़ावा देने और भारत को दुनिया की फैक्ट्री बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इससे दुनिया में मेक इन इंडिया की धाक जमेगी। निश्चित रूप से नई नीति से सरकार ने अनिश्चितताओं को तोड़ा है और यह धारणा कायम की है कि हमारे निर्यात क्षेत्र का सूर्य कभी अस्त नहीं होगा। 

ताजा समाचार

BJP ने जारी की लोकसभा प्रत्याशियों की 12वीं लिस्ट, डायमंड हार्बर से अभिजीत दास लड़ेंगे चुनाव...देखें लिस्ट
हल्द्वानी: जमीन पर फौज, आसमान से निगरानी करेगा ड्रोन
Fatehpur Accident: डंपर ने बाइक में मारी टक्कर...मजदूर की मौत, परिजनों में मचा कोहराम
ऑस्ट्रेलिया में फिर चाकूबाजी, चर्च में प्रार्थना सभा के दौरान बिशप और पादरी पर हमला...आतंकवादी कृत्य मान रही पुलिस 
Chaitra Navratri 2024: शंकरपुर में विराजी मां काली वर्षों से भक्तों की मनोकामनाएं कर रहीं पूर्ण...धार्मिक अनुष्ठान भी कराएं जाते
'जैसे बिहार में पितृगया, वैसे ही गुजरात में...', गया में विपक्ष पर जमकर बरसे PM मोदी, बोले- लालटेन का राज रहता तो...