बरेली: वृद्ध पेंशनरों पर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस की दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में धिक्कार दिवस

बरेली: वृद्ध पेंशनरों पर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस की दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में धिक्कार दिवस

बरेली, अमृत विचार। लगातार पुरानी पेंशन बहाली को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी क्रम में दिल्ली में सरकार द्वारा EPS-95 पेंशनरों की मांगों को अनदेखा करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इस दौरान दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के विरोध में ईपीएस 95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग है।

समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि  28 मार्च 2023 को श्रम शक्ति भवन पर दिल्ली पुलिस द्वारा वृद्ध पेंशनरों को शांति पूर्ण ढंग से प्रदर्शन भी नहीं करने दिया गया और राष्ट्रीय/प्रांतीय नेताओं सहित वृद्ध पेंशनर्स को जबरदस्ती बसों में बैठाकर मंदिर मार्ग थाने, दिल्ली ले गए और बाद में जंतर मंतर पर ले जाकर छोड़ दिया। विभिन्न प्रांतों से आए सैकड़ों 60 से 75 वर्ष के वृद्ध पेंशनरों को तितर बितर कर शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध प्रदर्शन न करने देना और न ही उनकी मांगों पर विचार करना बहुत बड़ा अन्याय है। जिसके विरोध में आज देशभर में धिक्कार दिवस मनाया जा रहा है।

इस दौरान उन्होंने मांग कि दो व्यक्तियों को जीवन जीने लायक मिनिमम पेंशन रु.7500/- + महंगाई भत्ता की मंजूरी प्रदान की जाएं। यह राशि EPFO विनियोजित फंड से प्राप्त ब्याज से ही दी जा सकती है। यदि आवश्यक है तो बजट में प्रावधान किया जाए या इसके लिए बिल पास किया जाए। यह उचित मांग कोश्यारी समिति (राज्यसभा पिटीशन 147) की सिफरिश के अनुसार (रु.3000 या अधिक तथा उस पर महगांई भत्ता) 10 वर्षों में बढ़ी हुई महगांई को देखते हुए की गई हैं। अपनी चार सूत्रीय मांग को लेकर उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया।

ये भी पढे़ं- UP IAS तबादला : बरेली की पूर्व मंडलायुक्त सयुंक्ता समद्दार को एनसीआर की जिम्मेदारी, दुर्गा शक्ति नागपाल बनीं डीएम बांदा