गोंडा: मूसलाधार बारिश के साथ गिरे ओले, फसलों को भारी नुकसान

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

मौसम की मार ने किसानों को किया बेहाल, इटियाथोक में बिजली गुल

गोंडा, अमृत विचार।‌ पिछले दो दिनों से हो रही बूंदाबांदी ने शनिवार को भीषण रूख अख्तियार कर लिया। शनिवार की देर शाम मौसम में अचानक बदलाव के बाद तेज हवा व मूसलाधार बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे। बारिश के साथ ओले गिरने से फसलों को भारी नुकसान भी हुआ है। खेतों में लगी गन्ने व गेंहू की फसल जमीदोंज हो गई है। बारिश व हवा के कारण इटियाथोक बिजली उप केंद्र से जुड़े चारों फीडर ब्रेकडाउन में चले गए और पूरे इलाके की बिजली गुल हो गई। मूसलाधार बारिश के साथ ओले गिरने से लोगो को ठंड का एहसास भी हुआ। 

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव ने अन्नदाताओं को बेहाल कर दिया है। गुरुवार व शुक्रवार को हुई बूंदाबांदी को देखते हुए किसान वैसे ही परेशान थे कि शनिवार की देर शाम मौसम अचानक बिगड़ गया। तेज हवा के साथ मूलाधार बरसात शुरू हो गई। इटियाथोक व धानेपुर समेत कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई। ओले गिरने और तेज हवा ने खेतों में खड़ी गेंहू व गन्ने की फसल गिर गई है।

वहीं खेतों में काटकर रखी गई सरसो व मटर फसल भीगकर बर्बाद हो गई है। सब्जी की फसल को भी इस बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है। ख्तों नें पानी भर जाने से इनके सड़ने का खतरा पैदा हो गया है। अन्नदाता लाचार होकर इस बेमौसम बारिश को देख रहा है। चार महीने की कड़ी मेहनत के बाद जब फसल पककर घर आने वाली थी तब प्रकृति की इस मार ने अन्नदाताओं की मेहनत पर पानी फेर दिया है।

बरसात व तेज हवा के कारण इटियाथोक इलाके की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है‌। विद्युत उपकेंद्र के चारों फीडर ब्रेकडाउन में चले गए हैं और पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया है। किसानों का कहना है कि बूंदाबांदी से फसल बच भी जाती लेकिन इस ओलावृष्टि और मूसलाधार बरसात ने फसलें पूरी तरह से खराब हो गई हैं।

यह भी पढ़ें:-बहराइच में काली पट्टी बांध कर शिक्षणेत्तर कर्मियों ने एनपीएस का किया विरोध

संबंधित समाचार