Kanpur Fire: हमेशा गुलजार रहने वाला थोक मार्केट अग्निकांड में खो चुका पहचान, पांचों शापिंग कांप्लेक्स में ऑक्सीजन शून्य
कानपुर अग्निकांड में पांचों शापिंग कॉम्प्लेक्स में ऑक्सीजन शून्य है।
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कानपुर अग्निकांड में पांचों शापिंग कॉम्प्लेक्स में ऑक्सीजन शून्य है। भवनों के अंदर प्रवेश करना खतरे से कम नहीं। आईआईटी की विशेषज्ञ तकनीकी टीम ने भवनों का निरीक्षण किया।
कानपुर, अमृत विचार। कभी हर वक्त गुलजार रहने वाली प्रदेश की सबसे बड़ी थोक मार्केट अग्निकांड के कारण अपनी पहचान खो चुकी है। शार्ट सर्किट से गुरुवार देर रात एआर टावर से लगी आग ने अरजन टावर, हमराज कांप्लेक्स, मसूद कांप्लेक्स व नफीस टावर को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इस भयानक अग्निकांड ने सैकडों व्यापारियों की कमर तोड़कर रख दी है। व्यापारियों के मुताबिक करीब दो हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
बांसमंडी स्थित पांचों शापिंग कांप्लेक्स लगातार आग सुलगने के कारण जगह-जगह से दरक चुके हैं। पानी के प्रेशर ने भी भवनों को कमजोर कर दिया है। अग्निशमन के एक अधिकारी ने बताया कि पांचों शापिंग कांप्लेक्स की हालत अब काफी दयनीय है। पांचों में ऑक्सीजन की मात्रा शून्य हो गई है। आग पर काबू पाने के लिए वह लोग जान में जोखिम डालकर लगातार दो दिन से दल बल के साथ जुटे हैं। इन बिल्डिंगों के तमाम हिस्सों में प्रवेश करना खतरे से खाली नहीं है।
संयुक्त रूप से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एयरफोर्स, सेना, एसएएफ की टीमें आग बुझाने में जुटी हैं, लेकिन अभी तक पूर्ण रूप से काबू नहीं पाया जा सका है। आग से दो बिल्डिंग में फर्श और जीना धंसना शुरू हो गए हैं। दमकल विभाग की ओर से स्टॉफ के अलावा किसी को भी अंदर प्रवेश करने की इजाजत नहीं है।
अग्निकांड में बर्बाद हुईं बिल्डिंगों की जांच करने आई आईआईटी की दो सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम ने बारी-बारी से एक-एक टावर और कांप्लेक्स में जाकर फोटोग्राफ लिए और वास्तविक स्थिति देखी। टीम ने पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड और डीएम विशाख से मामले की पूरी जानकारी ली। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को बिल्डिंगों में जाने की इजाजत नहीं है। अग्निकांड की चपेट में आईं बिल्डिंग में कोई प्रवेश न करे।
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