IIT गुवाहाटी: अनुसंधानकर्ताओं ने रसायनों का पता लगाने के लिए किया किफायती सेमीकंडक्टर विकसित 

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Published By Om Parkash chaubey
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नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी के अनुसंधानकर्ताओं ने एक नये प्रकार का सेमीकंडक्टर विकसित किया है जिसका उपयोग एक विशेष तकनीक का इस्तेमाल करते हुए रसायनों का पता लगाने में किया जा सकता है।

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इस तकनीक का नाम ‘सरफेस इनहांस्ड रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी’ (सर्स) है। स्पेक्ट्रोस्कोपी ऐसी तकनीक है जो प्रकाश और पदार्थ के बीच संबंध का विश्लेषण करती है ताकि अनेक प्रकार के रसायनों और अणुओं की विशेषता का पता लग सके।

अनेक प्रकार की स्पेक्ट्रोस्कोपी पद्धतियां हैं जिनमें सर्स संवेदनशील तकनीक है जिससे बहुत कम मात्रा वाले अनेक तत्वों की भी पहचान की जा सकती है। पानी में प्रदूषक तत्वों के होने जैसी अनेक स्थितियों में रसायनों की मात्रा का पता लगाने के लिए सर्स उपयोगी है।

अधिकारियों के मुताबिक प्रतिष्ठित ‘नेचर पार्टनर जनरल-2डी मेटेरियल्स एंड एप्लीकेशन्स’ में प्रकाशित अनुसंधान ऐसी सर्स तकनीक के विकास में सहायक हो सकता है जो सस्ती हों और मौजूदा पद्धतियों से अधिक प्रामाणिक हों।

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