पीलीभीत: जब सड़कों पर डंडा लेकर गोवंश भगाते नजर आए कर्मचारी, जानिए मामला..
पीलीभीत, अमृत विचार। सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंश की हकीकत परखने के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी के आने की सुगबुगाहट हुई तो जिम्मेदार खुद सड़कों पर पसीना बहाते दिखाई दिए। नोडल के आने की भनक में नगर पालिका के कर्मचारी हाथ में डंडा और फंटिया लेकर सड़कों से पशुओं को हटाते रहे। दिन भर मुस्तैदी बरती गई। हालांकि नोडल अधिकारी के न पहुंचने पर अंत में राहत की सांस ली।
गोशाला और आवारा पशुओं की समीक्षा करने के लिए रविवार को शासन से नोडल अधिकारी संजय गौतम को आना था। उनके आने की सूचना पर जिले के अधिकारियों ने दफ्तरों से निकलकर सड़कों और गो आश्रय स्थलों का रुख कर लिया, ताकि नोडल अधिकारी को सब कुछ दुरुस्त मिले। नगरपालिका की टीम सुबह से ही व्यवस्थाएं सुधारने में जुट गई। नगरपालिका की टीम सुबह पीलीभीत नगर पालिका परिषद के कर्मचारी सिविल लाइन चौकी समेत टनकपुर रोड पर गोवंशीय पशुओं को दौड़ाकर रास्ते से हटाते नजर आए। जहां चार कर्मचारी लगे हुए थे। दो कैटल केचर के साथ खड़े हुए थे। तो दो कर्मचारी डंडा लेकर आवारा पशुओं को सड़क से हटाने का प्रयास कर रहे थे। ताकि नोडल का काफिला गुजरे तो पशु सड़क पर दिखाई न दें। हर चौराहा पर नगरपालिका की टीम मौजूद तो मिली। लेकिन आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए नहीं बल्कि उन्हें सड़क से हटाने का काम कर रही थी। कर्मचारियों ने बताया कि नोडल अधिकारी आ रहे हैं, ऐसे में नगर पालिका से उन्हें गोवंश पशुओं को रास्ते से हटाने के निर्देश मिले हैं, ताकि नोडल अधिकारी के सामने कोई खामी नजर न आए। लेकिन देर शाम तक नोडल जिले में नहीं पहुंचे। जिसके बाद टीम को हटा दिया गया। अफसरों की मानें तो अब नोडल सोमवार या मंगलवार को दौरे पर आ सकते हैं।
टीम को सड़क से गोवंश हटाने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि आवारा पशुओं की वजह से होने वाले हादसों पर रोक लग सके। यह गलत है कि कर्मचारियों के द्वारा भागने की बात कही जा रही है। इस संबंध में जिम्मेदार सफाई विभाग से जानकारी की जाएगी। -पूजा त्रिपाठी, ईओ नगरपालिका
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