अयोध्या : खलबली - जिले के 35 पुरुष कर्मियों पर लटकी छंटनी की तलवार
अमृत विचार, अयोध्या । शिक्षा मंत्रालय की ओर से अक्टूबर में दिए गए आदेश के क्रम में महानिदेशक स्कूली शिक्षा और समग्र शिक्षा अभियान विजय किरण आनंद ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों से पुरुष कर्मियों का नवीनीकरण न किए जाने का निर्देश दिया है। महानिदेशक की ओर से जारी इस आदेश को लेकर यहां कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में तैनात पुरुष कर्मियों पर खलबली मची हुई है। जिले के 10 ब्लाकों में बने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के कुल 35 पुरुष कर्मी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
बता दें कि प्रदेशभर में संचालित 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत सभी पुरुष स्टाफ को हटाए जाने के निर्देश महानिदेशक स्कूली शिक्षा और समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने 25 अप्रैल को दिए हैं। सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर शैक्षणिक / शिक्षणेत्तर पुरुष कार्मिक का नवीनीकरण न करने का आदेश दिया। आदेश के अनुसार यह कदम इन स्कूलों में आवासीय सुविधा के साथ कक्षा छह से आठ तक की शिक्षा ग्रहण कर रहीं छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत लिया गया है।
इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय में स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के संयुक्त सचिव ने 12 अक्तूबर 2022 को पत्र लिखकर कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में सभी पदों पर कार्यरत पुरुष कर्मियों को हटाने को कहा गया था। इस शासनादेश के क्रम में 2023-24 सत्र में कस्तूरबा विद्यालयों में कार्यरत पुरुष स्टाफ का नवीनीकरण नहीं होगा। शैक्षणिक सत्र में पुरुष स्टाफ का नवीनीकरण न करने और रिक्त हो रहे पदों पर सिर्फ महिलाओं को नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस शासनादेश के बाद जिले में चल रहे कुल दस कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के करीब पैंतीस पुरुष कर्मियों पर छंटनी की तलवार लटक गई है। इन स्कूलों में शिक्षक, लेखाकार, चपरासी और चौकीदार के रूप में पुरुष कर्मी 15 से 18 वर्षों से तैनात हैं। अब ऐसे में उनके आगे रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
इन ब्लाक के स्कूलों में तैनात हैं पुरुष कर्मचारी
जिले के दस ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इन सभी में कुल मिलाकर 35 पुरुष कर्मी विभिन्न पदों पर तैनात हैं। पूराबाजार, मया, तारून, बीकापुर, सोहावल, मिल्कीपुर, हैरिंगटनगंज, अमानीगंज, रुदौली और मवई ब्लाकों में इसका संचालन किया जा रहा है। जबकि नियम है कि प्रत्येक ब्लाक में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का संचालन होना चाहिए।
इस संबंध में शासनादेश आया है लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं है। कुल दस कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 35 पुरुष कर्मी तैनात हैं। शासनादेश का पालन किया जाएगा।
- शिवानंद द्विवेदी, जिला समन्वयक, समेकित शिक्षा
