प्रयागराज : अतीक का चौथा बेटा एहजम कैसे और क्यूँ बना "ठाकुर", जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, प्रयागराज । उमेश पाल और उनके दोनों सरकारी गनर की हत्या के मामले में रोज नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। ईद हत्याकांड में ठाकुर की अहम भूमिका सामने आई है, यह ठाकुर कोई और नहीं, माफिया अतीक अहमद का चौथा बेटा एहजम है। जिसने वारदात में इस्तेमाल किये गए आईफोन की क्लाइड आईडी बनाई थी। अब पुलिस एहजम के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।

बता दें कि उमेशपाल की हत्या करने से पहले पूरा प्लान तैयार किया गया था। जिसके लिए अतीक अहमद के चौथे नम्बर का बेटा एहजम आईफोन की क्लाईड आईडी बनाया था। जिसमें अतीक-अशरफ, शाइस्ता, वारदात में शामिल शूटरों व साजिश रचने वाले लोगों में फेसटाइम ऐप के जरिए ही आपस में बातचीत होती थी। आईफोन पर फेसटाइम एप की अलग आईडी ठाकुर यानि एहजम ने बनाई थी।

उमेशपाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद का यह नाबालिग बेटा बाल संरक्षण गृह में है।
हत्याकांड के पहले [email protected] के नाम से आईफोन पर एहजम की फेसटाइम आईडी बनाई गई थी। इस खेल में अतीक अहमद की फेसटाइम आईडी bade006 और अशरफ की आईडी chote007 कोड वर्ड से बनाई गई थी। इसी तरह अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ की फेसटाइम आईडी advo10 भी बनाई गई थी। आगे की जांच में अतीक अहमद के चौथे नंबर के बेटे नाबालिग एहजम अहमद को भी पुलिस आरोपी बना सकती है।

अतीक अहमद और अशरफ का वकील खान सौलत हनीफ सही मायने में अतीक के परिवार का हमेशा खास था। सूत्रों के मताबिक पुलिस की पूछताछ में उसने कई राज उगले हैं। जिसके मुताबिक उमेश पाल के कचहरी से निकलने की सटीक मुखबिरी की, असद और दूसरे लोगों तक पहुंचाई थी। खुलासा में यह भी सामने आया है कि अतीक के जेल में रहने के दौरान वकील हनीफ शाइस्ता परवीन के लिए रंगदारी भी वसूलता था। सूत्रों के मुताबिक उसने एक बड़े व्यापारी से एक करोड़ से ज्यादा की रकम वसूल कर शाइस्ता को दी थी। एक बात का खुलासा और भी हुआ है कि जिस दिन अतीक और अशरफ को सुपुर्द-ए-खाक किया गया उस दिन शाइस्ता कसारी मसारी कब्रिस्तान के आसपास ही मौजूद थी। लेकिन पुलिस का कड़ा पहरा होने के कारण वो वहां नहीं जा सकी।

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