भवाली: जल संचय के साथ पर्यटक स्थल बनेंगे अमृत सरोवर
भवाली, अमृत विचार। नगर में बनाए गए 2 अमृत सरोवरों और मिनी ताल से जल संचय होने के साथ ही इन्हें पर्यटक स्थल के रूप में पहचान देने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे क्षेत्र में रोजगार और स्वरोजगार दोनों के अवसर भी बढ़ेंगे। भवाली नगर पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा के अनुसार, अमृत सरोवर में 150 मछलियों को डालने के साथ ही मुहिम की शुरुआत कर दी गई है।
पालिका अध्यक्ष के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वरोजगार की मुहिम को धरातल पर उतारने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। अमृत सरोवर निर्माण योजना के तहत जल संस्थान कैम्पस में नगर के पहले नगर पालिकाध्यक्ष स्वर्गीय मोहन सिंह बिष्ट को समर्पित एक लाख लीटर का सरोवर बनाया गया। वहीं, उसी के समीप नगर के प्रसिद्ध रंगकर्मी रहे स्वर्गीय सतीश लाल साह को समर्पित 3 लाख लीटर क्षमता के दूसरे अमृत सरोवर का निर्माण कराया।
इससे वर्षा के जल संचय के साथ ही समीप बहने वाली शिप्रा नदी से जल संस्थान के सहयोग से उसमें नित्य जल भरने की व्यवस्था की गयी है। प्राकृतिक जल स्त्रोतों को रिचार्ज करने के उद्देश्य से बनाए इन अमृत सरोवरों के सार्थक परिणाम सामने आने लगे हैं। जल संस्थान कैम्पस भवाली में वर्ष 190-95 में स्थापित ट्यूबवेलों में से जहां 2 ट्यूबवेल पिछले 1 दशक से सूखने की कगार पर थे, वे अब रिचार्ज होकर नगर की पेयजल व्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं।
पालिका अध्यक्ष के अनुसार, सरोवरों का सौंदर्य बढ़ाने के लिए इसके चारों ओर जल संचय के लिए कारगर 3 दर्जन से अधिक पेड़ों की पौधों का रोपण किया गया है। सरोवरों में फिशरिस विभाग भीमताल के विभागाध्यक्ष डॉ. रवि पतियाल के सहयोग से इसमें 150 रंगीन मछलियों को छोड़ा गया है। जल्द ही अन्य प्रजातियों की मछलियों को इसमें छोड़ा जायेगा। इस अवसर पर ईओ संजय कुमार, डॉ. रवि पतियाल, सभासद किशन अधिकारी, विनोद तिवाड़ी, जल संस्थान के सहायक अभियंता रवि डोभाल, पालिका लिपिक पंकज जोशी, प्रियंका जोशी, गंगेश पांडे, किशोर सिंह आदि मौजूद रहे।
पेयजल समस्या का होगा दीर्घकालीन निस्तारण
भवाली। पेयजल समस्या के दीर्घकालिक निस्तारण के लिए नगर के मुख्य बाजार के समीप बहने वाली शिप्रा नदी पर पालिका द्वारा चैक डैम व सुरक्षा दीवारो का निर्माण कराया जा रहा है। इसके तहत करीब 4 लाख लीटर के वर्मा ताल का निर्माण व उसके तट पर महर्षि वाल्मिकी पार्क का निर्माण कराया जा रहा है।
वहीं, अब शासन-प्रशासन द्वारा भी इसके विस्तारिकरण/सौन्दर्यीकरण के लिए 20 लाख रुपये पालिका को स्वीकृत किए गए हैं। पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा के अनुसार, शिप्रा के चैक डैम व वर्मा ताल में भी जल्द स्वरोजगार के लिए इसे मत्स्य पालन से जोड़ने की पहल की जा रही है।
