गोंडा: पुलिस अभिरक्षा में अधिवक्ता की मौत के मामले में छह पुलिसकर्मियों पर मुकदमा

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Published By Deepak Mishra
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गोंडा। उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले की नगर कोतवाली क्षेत्र में पुलिस अभिरक्षा में अधिवक्ता की मौत के मामले में छह पुलिसकर्मियों के विरुद्ध शनिवार को मुकदमा दर्ज कराया गया है। मृतक के भाई वादी पवन श्रीवास्तव के अनुसार ,जमीन घोटाले के मामले में प्रकाश में आये आरोपी अधिवक्ता राजकुमार लाल श्रीवास्तव को पुलिस ने रामपुर जिले से गत 10 मई को गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि 12 मई गोण्डा लाते समय रास्ते में टॉयलेट क्लीनर के सेवन से पवन श्रीवास्तव की तबियत बिगड़ने पर पुलिस ने उन्हें गोण्डा जिला अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती करा दिया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें गंभीरावस्था में लखनऊ राममनोहर लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया। 

आरएमएल में दो दिन उपचार के बाद पुलिस उन्हें जबरन डिस्चार्ज कराकर ले आयी और न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। न्यायालय द्वारा आरोपी अधिवक्ता को जेल भेजने के पश्चात जेल के गेट पर चिकित्सकों ने उनकी खराब हालत पर उन्हें पुनः जिला अस्पताल भेज दिया। जहां 16 मई को उपचार के दौरान राजकुमार लाल श्रीवास्तव की मृत्यु हो गयी। 

उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में उन्होंने सिविल लाइन पुलिस चौकी के प्रभारी रजनीश द्विवेदी और पांच अज्ञात समेत कुल छह पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा कायम कराया और आला अधिकारियों से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इसके अलावा वादी पवन श्रीवास्तव ने पुलिस पर दबाव बनाने और स्वयं की जानमाल का खतरा भी बताया है।

गौरतलब है कि इस प्रकरण में अधिवक्ताओं के विरोध को देखते हुये पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर आरोपी दारोगा रजनीश द्विवेदी, आरक्षी कमलेश और शिवम समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर चुके है। एसपी ने बताया कि मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है। सभी पहलुओं पर गहन जांच करायी जा रही है।

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