अयोध्या : क्षमा याचना पूजन के बाद श्यामशिला पर रामलला की मूर्ति की तराशी शुरू

नवंबर तक हो जाएगा मूर्ति निर्माण, 2024 में रामलला को विराजमान कराने की तैयारी 

अयोध्या : क्षमा याचना पूजन के बाद श्यामशिला पर रामलला की मूर्ति की तराशी शुरू

अयोध्या, अमृत विचार। राम जन्मभूमि में गर्भगृह पर भगवान रामलला के विग्रह को विराजमान कराने की तैयारी शुरू हो गई है। बुधवार को ज्येष्ठ शुक्र पंचमी पर अभिजीत मुहूर्त में 11 बजकर 57 मिनट पर श्याम शिला पर विग्रह निर्माण के पहले विधि विधान से क्षमा याचना पूजन कर तराशी का कार्य प्रारंभ किया गया। इस पूजन के दौरान मुख्य यजमान के रूप में मूर्तिकार विपिन भदोरिया और गणेश भट्ट मौजूद रहे। ट्रस्ट की मानें तो नवंबर तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
      
राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। मंदिर के भूतल निर्माण का कार्य 60 प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो गया है, जिसे जून के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं गर्भगृह को भी मार्बल के पत्थरों से तैयार किया जा रहा है। कर्नाटक के मैसूर से लाये गए श्यामशिला पर मूर्ति उकेरे जाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। रामघाट क्षेत्र स्थित रामसेवकपुरम कार्यशाला में बेंगलुरु से आये मूर्तिकार गणेश भट्ट के निर्देशन में मूर्तिकार विपिन भदोरिया ने तीन अन्य सहयोगियों के साथ कार्य शुरू कर दिया है। इसके पहले शिला का पूजन किया गया।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी के नेतृत्व में गठित टीम इस कार्य में लगी हुई है और निश्चित ही रामलला की भव्य मूर्ति को नवंबर माह तक तैयार कर लिया जाएगा। जनवरी 2024 में मूल गर्भगृह में विराजमान कर उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

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