बरेली: भ्रष्टाचार का खेल, होमगार्ड और जनसेवा केंद्र संचालक को बना दिया मनरेगा मजदूर

योजना के तहत दोनों के खातों में भेजी धनराशि

बरेली: भ्रष्टाचार का खेल, होमगार्ड और जनसेवा केंद्र संचालक को बना दिया मनरेगा मजदूर

बरेली, अमृत विचार। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में आए दिन घोटाले सामने आ रहे हैं। अब एक ग्राम पंचायत में होमगार्ड और जनसेवा केंद्र संचालक को मनरेगा मजदूर दिखाकर खातों में भुगतान करने का मामला प्रकाश में आया है। जांच में 1.20 लाख रुपये का घोटाला उजागर होने पर बीडीओ ने तत्कालीन सचिव, प्रधान और तकनीकी सहायक के खिलाफ रिकवरी के आदेश जारी किए हैं।

यह मामला रामनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत तिगरा खानपुर का है। गांव के सुमित कुमार ने पिछले साल इस फर्जीवाड़ा की शिकायत की थी। डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा ने मार्च में गांव जाकर जांच की। ग्रामीणों से जानकारी जुटाई तो पता चला कि मनरेगा श्रमिक दिखाकर जनसेवा केंद्र संचालक अमित कुमार के खाते में 57,635 रुपये और होमगार्ड जफर अली के खाते में 8091 रुपये का भुगतान भेजा गया है।

गांव की ब्राह्मा देवी जिनके यहां एक भी पशु नहीं था, उनके यहां पशु शेड का निर्माण दिखाकर 54280 रुपये का भुगतान कर दिया गया है। बीडीओ सुखपाल सिंह ने जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन सचिव करन सिंह, प्रधान माया सिंह, तकनीकी सहायक ललित गुप्ता से 1.20 लाख रुपये की रिकवरी के आदेश दिए हैं। यह धनराशि सभी से बराबर-बराबर वसूली जाएगी।

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