Asian Games : धाविका पारुल चौधरी का लक्ष्य, एशियाई खेलों में पदक जीतना और ललिता बाबर का रिकॉर्ड तोड़ना 

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Published By Bhawna
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पारुल ने कहा, एशियाई खेलों में 2014 के बाद 9.30 और 9.40 के बीच का समय निकालने वाले खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं

नई दिल्ली। अमेरिका के कोलोराडो स्प्रिंग्स में दो महीने के कड़े अभ्यास के बाद शानदार फॉर्म में चल रही भारत की लंबी दूरी की धाविका पारुल चौधरी का लक्ष्य चीन में होने वाले आगामी एशियाई खेलों में पदक जीतना और ललिता बाबर का 3000 मीटर स्टीपलचेज के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ना है। यह 28 वर्षीय खिलाड़ी पुरुषों के 3000 मीटर स्टीपल चेज के एथलीट अविनाश साबले के साथ 20 मार्च से कोलोराडो स्प्रिंग्स में अभ्यास कर रही है। यह क्षेत्र समुद्र तल से 1800 मीटर ऊंचाई पर स्थित है।

पारुल चौधरी ने छह मई को कैलिफोर्निया के वॉलनट में ट्रैक फेस्टिवल में 5000 मीटर दौड़ में 15:10.35 सेकेंड का समय लेकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और फिर 26 मई को यूएसएटीएफ लॉस एंजिल्स ग्रां प्री में 3000 मीटर स्टीपलचेज की अपनी पसंदीदा स्पर्धा में नौ मिनट 29.51 सेकंड का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकाला। पारुल ने कहा, मुझे कोलोराडो स्प्रिंग्स में ऊंचाई वाले स्थान पर अभ्यास करने का बहुत फायदा मिला। पिछले साल मैंने यहां 25 दिन तक अभ्यास किया था लेकिन इस बार में दो महीने से यहां हूं। यहां अभ्यास करने का असर मेरे प्रदर्शन पर भी पड़ा और मेरे लिए यह सत्र अभी तक शानदार रहा है।

 उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के बहराला गांव के एक किसान की बेटी चौधरी वर्तमान में विदेशी कोच स्कॉट सिमन्स और भारतीय कोच जयवीर सिंह के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रही है। पारुल को उम्मीद है कि वह आगे भी अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखेगी और ग्वांगझू एशियाई खेलों में पदक जीतने के साथ ललिता बाबर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ने में सफल रहेगी। बाबर ने 2016 में रियो ओलंपिक के दौरान 9 मिनट 19.76 सेकंड के साथ महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपल चेज में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

पारुल ने कहा, एशियाई खेलों में 2014 के बाद 9.30 और 9.40 के बीच का समय निकालने वाले खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं। मुझे उम्मीद है कि सितंबर तक मैं अपने चरम पर रहूंगी और एशियाई खेलों में पदक जीतने में सफल रहूंगी। उन्होंने कहा, अगर मैं अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखती हूं और साल के अंत में अपने चरम पर रहती हूं तो मुझे (3000 मीटर स्टीपल चेज में) राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ना चाहिए।

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