बरेली: छुट्टा गोवंशों की शिकायतें पहुंचीं मुख्यमंत्री तक, यहां गोशाला नहीं बना रहे अधिकारी

मई में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर निराश्रित गोवंशों से संबंधित 413 शिकायतें दर्ज हुईं

बरेली: छुट्टा गोवंशों की शिकायतें पहुंचीं मुख्यमंत्री तक, यहां गोशाला नहीं बना रहे अधिकारी

बरेली, अमृत विचार: मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि छुट्टा गोवंश ग्राम पंचायतों में दिखने नहीं चाहिए। जहां जरूरत है, वहां गोशाला का निर्माण कराकर गाेवंशों को संरक्षित करें लेकिन अधिकारी गोशालाओं के निर्माण की ओर से ध्यान नहीं दे रहे हैं।

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ग्राम पंचायत शेखापुर में 37 एकड़ भूमि में गोशाला का निर्माण होना है, लेकिन अभी तक कार्य शुरू नहीं हो सका है, जबकि इस क्षेत्र में 800 से अधिक गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। खास बात है कि मई में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर निराश्रित गोवंशों से संबंधित 413 शिकायतें दर्ज कराई गईं, इसमें से 1 जून तक 98 शिकायतें लंबित थीं।

प्रतिदिन शिकायतें पहुंचती हैं तब भी अधिकारी गोशाला निर्माण के लिए सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं। फरीदपुर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत शेखापुर में गोशाला नहीं बनने की शिकायत दो दिन पहले जिलाधिकारी के पास पहुंची। जनता दर्शन में ग्राम प्रधान अनिल कुमार और सुरेश शुक्ल ने बताया कि उनकी पंचायत की ओर से पिछले साल 37 एकड़ भूमि गोशाला के लिए प्रस्तावित की गई थी।

जिसका तहसील ने अनुमोदन भी कर दिया। उस गोशाला की जमीन पर पड़ोसी ग्राम व पोस्ट अहिरवाड़ा तहसील बीसलपुर के लोगों ने खाद के गड्ढे खोदवा दिए हैं। जिससे गोशाला बनने पर संकट उत्पन्न हो गया है। खाद के गड्ढे खोदवाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। ग्राम में नदी होने के कारण पशुओं की संख्या अधिक है।

छुट्टा पशु फसलों को खराब कर रहे हैं। इससे किसानों को दिक्कतें हो रही हैं। गोशाला का रकबा भी खतौनी में दर्ज हो चुका है। गोशाला की जमीन पर निर्माण कराने के लिए संबंधित अधिकारी को आदेश करने की मांग की। जिलाधिकारी कार्यालय से सीडीओ को संज्ञान लेकर जांच कराते हुए निरीक्षण आख्या भेजने को कहा गया है।

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