UP News: दो माह से 4059 पंचायत सहायक गायब, क्रास चेकिंग में 16 जिलों में देर से पहुंचे 2884 सहायक

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Published By Deepak Mishra
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प्रशांत सक्सेना, लखनऊ/अमृत विचार। ग्रामों में बने पंचायत भवन यानी मिनी सचिवालय और वहां तैनात पंचायत सहायक/एकाउंटेंट कम डाटा इंट्री ऑपरेटर सरकार की मंशा पर कितने खरे साबित हो रहे हैं यह उनकी हाजिरी बताती है। पंचायती राज निदेशालय ने गौतमबुद्ध नगर को छोड़कर बाकी जिलों की समीक्षा की तो अप्रैल में 8293 व मई में 4297 पंचायत सहायकों की ''मोबाइल एप्लीकेशन बेस्ड अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम'' पर उपस्थिति दर्ज नहीं मिली। जबकि 4059 पंचायत सहायक ऐसे मिले जिन्होंने इन दोनों माह में एक दिन भी हाजिरी नहीं लगाई है। 

माना गया कि इस कार्य में पंचायत सहायक रुचि नहीं ले रहे हैं और छह हजार रुपये मानदेय पा रहे हैं। इसमें कई काम छोड़ चुके हैं। निदेशक प्रमोद कुमार उपाध्याय ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि हर ग्राम पंचायत में एक पंचायत भवन बनाया गया है। जहां ग्रामीणों के सभी ऑनलाइन व योजना संबंधित काम किए जाएंगे। इससे उन्हें शहर की तरफ न दौड़ना पड़े।

क्रास चेकिंग में 16 जिलों में देर से पहुंचे 2884 सहायक

7 जून की सुबह पार्टल पर क्रास चेकिंग की गई तो 16 जिलों में 2884 पंचायत सहायक देर से पहुंचे। इसमें बलिया में 144, मऊ 116, बस्ती 209, सिद्धार्थनगर 190, बांदा 98, जौनपुर 317, मुज्जफरनगर 121, प्रतापगढ़ 236, मेरठ 125, महाराजगंज 207, पीलीभीत 131, झांसी 111, हरदोई 292, गोरखपुर 264, फतेहपुर 199 व मथुरा में 124 पंचायत सहायक रहे।

7 जून को 8396 अनुपस्थित

7 जून को संबंधित 16 जिलों में 8396 सहायकों की उपस्थिति नहीं मिली। जो अनुपस्थित माने गए। इसमें बलिया में 627, मऊ 410, बस्ती 740, सिद्धार्थनगर 724, बांदा 283, जौनपुर 1021, मुज्जफरनगर 292, प्रतापगढ़ 653, मेरठ 278, महाराजगंज 520, पीलीभीत 431, झांसी 282, हरदोई 739, गोरखपुर 691, फतेहपुर 447 व मथुरा में 258 पंचायत सहायक की उपस्थिति नहीं मिली।

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