उन्नाव में आत्महत्याओं का बढ़ा ग्राफ: अलग-अलग स्थानों में तीन ने फांसी लगाकर चुनी मौत, परिजनों में मचा कोहराम

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Published By Nitesh Mishra
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उन्नाव में तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी।

उन्नाव के पुरवा, बांगरमऊ व गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों में तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची क्षेत्रीय पुलिस ने जांच कर शव पोस्टमार्टम को भेजे।

उन्नाव, अमृत विचार। अलग-अलग तीन कोतवाली क्षेत्रों में तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटनाएं पुरवा, बांगरमऊ व गंगाघाट कोतवाली अंतर्गत हुईं। इनमें से पुरवा व गंगाघाट में युवक और बांगरमऊ क्षेत्र मंं महिला ने लगाई फांसी। सूचना पर पहुंची संबंधित क्षेत्र की पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजे हैं। 

केस-1 

बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव मुस्तफाबाद के मजरा राजाखेड़ा निवासी अर्जुन की पत्नी खुशबू कुछ माह पूर्व अपनी मां अनूपा के पास मायके गांव कैला खेड़ा थाना रहीमाबाद लखनऊ गई थी। करीब 20 दिन पूर्व उसकी छोटी बहन मधू पत्नी बाल गोविन्द निवासी गांव अहिरन पुरवा के बेटी हुई थी। तभी खुशबू पांच साल के बेटे तनिष्क को लेकर मां अनूपा के साथ मधू के घर आई थी। इसे लेकर अर्जुन पत्नी खुशबू से नाराज़ था और उसने मोबाइल पर उसे जमकर फटकारा था। बीती शुक्रवार रात खुशबू अपने बच्चे के साथ बहनोई के मकान की दूसरी मंजिल पर बने कमरे में सोने चली गई। जबकि उसकी मां तथा बहन-बहनोई नीचे सो रहे थे। तभी आधी रात खुशबू ने कमरे के छज्जे में लगे छल्ले के सहारे साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। बच्चे के रोने की आवाज सुन बहनोई छत पर पहुंचा, तो खुशबू को फंदे से लटका देख उसके होश उड़ गए। उसने आनन-फानन खुशबू को फंदे से नीचे उतारा और स्थानीय सीएचसी लाया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच कर शव पोस्टमार्टम के लिये भेजा है। मृतका के पिता की करीब चार वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। वह दो बहनें थीं। खुशबू की अचानक मौत से उसकी बहन मधू और मां अनूपा रो-रोकर बेहाल हैं।

केस-2 

पुरवा कोतवाली अंतर्गत गांव ऊंचगांव पल्हरी निवासी संत कुमार (30) पुत्र सीताराम ने शनिवार घर का दरवाजा बंद कर पंखे के कुंडे से शर्ट के सहारे फांसी लगा ली। घटना के समय पत्नी शशि खेत गयी थी। लौटने पर दरवाजा बंद देख उसने काफी देर तक खुलवाने का प्रयास किया। बाद में पड़ोसी की मदद से कुंडी काटकर जब घर के अंदर पहुंची तो पति को फांसी पर लटका देख उसकी चीख निकल गई। प्रधान की सूचना पर पुलिस ने शव उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। चाचा सत्य नारायण ने बताया कि संतकुमार पंजाब के लुधियाना में लोहे के कारखाने में बेल्डिंग का काम करता था। पत्नी बहन के पास चंडीगढ़ में लोगों के घर में खाना बनाती थी। पत्नी बीती 3 जून व पति 8 जून को गांव आया था। वह नशे का आदी था। उस पर काफी कर्ज भी हो गया था। जिसे लेकर पति पत्नी में आएदिन विवाद होता था। उसकी मौत से  मां कुसमा, पत्नी, बेटी आंचल 12 व बेटा आर्यन 9 सहित परिजन बेहाल हैं।

केस-3 

गंगाघाट कोतवाली अंतर्गत इंद्रा नगर मोहल्ला निवासी सोहनलाल (68) पुत्र स्व. शिवलाल ने शनिवार भोरपहर कमरे में पंखे के कुंडे के सहारे लुंगी से फांसी लगाकर जान दे दी। कुछ देर बाद बेटा चंदन कमरे में गया तो पिता का शव फंदे पर लटका देख उसकी चीख निकल गई। चीख सुन घर में मौजूद लोग भी पहुंचे। जहां शव देख सभी दहाड़े मारकर रोने लगे। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच कर शव फंदे से उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिये भेजा। सोहनलाल की मौत पर उसकी पत्नी चुन्नी देवी, बड़े बेटे चंदन, पूजा, गुंजन का रो रोकर बुरा हाल हो गया। मृतक का छोटा बेटा पुणे में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। चंदन ने बताया कि उसके पिता को बीपी व सांस फूलने की दिक्कत थी। जिसका वह इलाज करा रहे थे। इधर आराम भी मिल रहा था। लेकिन परेशानी अधिक होने पर उन्होंने फांसी लगा ली।

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