अयोध्या: चोरी की आशंका में बरामद किया था 11 मोबाइल व नकदी, खोजे नहीं मिले दावेदार

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Published By Deepak Mishra
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निस्तारण अभियान में जीआरपी ने नष्ट कराया चाकू, पेचकस, पलाश भी, राजकोष में जमा कराये 4460 रूपये 

अयोध्या/अमृत विचार। अयोध्या कैंट राजकीय रेलवे पुलिस ने समय-समय पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। हर बार दावा किया गया कि बरामद माल चोरी का होने की आशंका जताई गई। पकड़े गए लोगों के कब्जे से मोबाइल, नकदी और चोरी आदि में इस्तेमाल होने वाला सामान चाकू, पेचकस, पलाश बरामद किया।

बरामदगी का केस दर्ज कर विवेचना शुरू की लेकिन न तो इन मामलों में दर्ज कोई चोरी का केस खंगाल सकी और आधुनिक सर्विलांस सिस्टम होने के बावजूद बरामद मोबाइलों के मालिक की ही शिनाख्त कर सकी। अब रेलवे पुलिस ने विशेष निस्तारण अभियान में जीआरपी थाने में दर्ज छह केस से संबंधित  मालखाने में जमा 11 मोबाइल, पेचकस, पलास व चाकू को नष्ट कराया है। साथ ही बरामद 4 हजार 460 रुपये का कोई वारिस न मिलने के चलते रकम राजकोष में दर्ज कराई है।  

जीआरपी कैन्ट थाने में पुलिस की ओर से समय-समय पर दर्ज कराये गए संदिग्ध माल बरामदगी के पांच मामलों में दो मोबाइल, एक पेचकस व पलास, दो मोबाइल व 1460 रूपये, दो मोबाइल व 1800 रूपये, तीन मोबाइल व दो मोबाइल तथा आयुध अधिनियम के एक मामले में चाकू बरामद किया था।

रेलवे पुलिस की विवेचना में न तो आरोपी बरामद मोबाईल और नकदी आदि का मालिकाना हक़ साबित कर सका और न ही इन मामलों से संबंधित बरामदगी से जुड़े सामान के संबंध में कहीं कोई चोरी की रिपोर्ट दर्ज मिली। हाल यह रहा कि आधुनिक तकनीकि और सर्विलान्स सिस्टम मौजूद होने के बावजूद विवेचना के दौरान बरामद मोबाइलों के असली मालिक की पहचान भी नहीं हो सकी। जिसके चलते मालखाने में पड़े इन लावारिश सामानों को नष्ट कराना पड़ा। 
  
जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक एसपी शुक्ल का कहना है कि संबंधित प्रकरणों में अदालत के फैसले के बाद अदालत की अनुमति से नामित अधिकारी नगर मजिस्ट्रेट अरविन्द कुमार द्विवेदी, सीओ रेलवे संजीव कुमार सिन्हा तथा सदस्य धनन्जय वर्मा की मौजूदगी में 11 मोबाइल, एक चाकू, एक पेचकस व एक पलास को नष्ट कराया गया तथा बरामद रकम 4460  रूपये राजकोष में जमा कराई गई है।

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