पीलीभीत: घोटाले में फंसे प्रधानों ने जिम्मेदारों पर उठाए सवाल, भरी हुंकार..जानिए पूरा मामला

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Published By Moazzam Beg
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पीलीभीत, अमृत विचार। ग्राम पंचायतों द्वारा लगवाई गई स्ट्रीट लाइट में घोटाला सामने आने पर पंचायती राज विभाग की ओर से ग्राम प्रधानों और सचिवों से रिकवरी करने का आदेश जारी किया गया था। रिकवरी आदेश का पत्र मिलने के बाद प्रधान संघ भड़क गया। मंगलवार को प्रधान संगठन के नेतृत्व में समस्त ग्राम प्रधानों विकास भवन में एकत्र हुए। जहां सीडीओ से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। जिसमें रिकवरी आदेश वापस लेने की मांग की। आदेश वापस ना लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।

ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष नरेश पाल चौहान के नेतृत्व में तमाम ग्राम प्रधान स्ट्रीट लाइट में रिकवरी आदेश जारी होने के विरोध में जमा हुए। ग्राम प्रधानों की ओर से सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह को दिए गए ज्ञापन में बताया कि उनके गांव में जो लाइट लगवाई गई है, वह कंपनी की है। शासन की ओर से चार कंपनियों का नाम प्रस्तावित किया गया था। बिना शिकायत के बाद ही पंचायती राज विभाग की ओर से गुपचुप तरीके से लाइटों की जांच कर ली गई।

आरोप है कि इसमें भी जांच अधिकारी ने घर बैठे स्ट्रीट लाइट की जांच पूरी कर ली। जिसकी सूचना तक ग्राम प्रधानों को नहीं दी गई। साथ ही ग्राम प्रधानों के द्वारा लगवाई गई लाइटों को भुगतान नहीं किया गया। साथ लेवर चार्ज का भी आकलन किए बगैर ही लाइट का रिकवरी आदेश जारी कर दिया गया। ग्राम प्रधानों की मांग है कि रिकवरी का आदेश वापस लिया जाए। इस निर्णय को नियम विरूद्ध बताया। अगर आदेश वापसी नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।

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