गोंडा : रिश्वत मामले में फंसे इंस्पेक्टर और सिपाही निलंबित, एसपी ने की कार्रवाई  

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Published By Jagat Mishra
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गोंडा, अमृत विचार। जिले के क्राइम ब्रांच में तैनात रहे एक इंस्पेक्टर व सिपाही रिश्वतखोरी के मामले में फंस गए हैं। इंस्पेक्टर व सिपाही पर चार्ज शीट दाखिल करने के नाम पर पीडित से चार हजार रुपये की रिश्वत‌ लेने का आरोप लगा है।‌ पीड़ित से रिश्वत लेने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामले का संज्ञान लेते हुए एसपी आकाश तोमर ने इंस्पेक्टर अखिलेश यादव व सिपाही अखलाक अहमद को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है। 

खरगूपुर थाना क्षेत्र के के पुरैनिया गांव के रहने वाले  बनारसी के मुताबिक उसी पैतृक‌ जमीन को कुछ लोगों ने जालसाजी कर फर्जी वसीयत के जरिए अपने नाम करा लिया था। जानकारी होने पर बनारसी ने आरोपियों के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर अखिलेश यादव को सौंपी गयी थी। अखिलेश यादव मामले में चार्जशीट  दाखिल करने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहे थे।  बनारसी का कहना है कि करीब 20 दिन पहले उसने इंस्पेक्टर अखिलेश यादव को तीन हजार व सिपाही अखलाक अहमद को एक हजार रुपये की रिश्वत दी थी। रुपये देते समय बनारसी के सहयोगी ने इसका विडियो बना लिया था। बनारसी का आरोप है पैसा लेने के बावजूद इंस्पेक्टर चार्जशीट नहीं दाखिल कर रहे थे। वह लगातार उसे दौड़ा रहे थे। इंस्पेक्टर की करतूत से आहत होकर उसने रिश्वत देने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। 

सोमवार की देर शाम खाकी की आड़‌ में रिश्वऱत लेने का विडियो वायरल हुआ तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी मिलने पर एसपी आकाश तोमर ने तत्काल इंस्पेक्टर अखिलेश यादव व सिपाही अखलाक अहमद को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है। एसपी आकाश तोमर ने बताया कि रिश्वत लेने का विडियो सामने आने के बाद उन्होने घटना का संज्ञान लेते हुए आरोपी इंस्पेक्टर व सिपाही को निलंबित कर दिया है। निलंबित इंस्पेक्टर वर्तमान समय में 30 वीं वाहिनी पीएसी से संबद्ध हैं।

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