अयोध्या : विस्थापितों को 20 लाख में दुकान, कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे व्यापारी
अमृत विचार, अयोध्या । अयोध्या विकास प्राधिकरण में मंगलवार को दुकानों के आवंटन के लिए लॉटरी सिस्टम का सहारा लिया गया। भक्तिपथ, जन्मभूमि पथ के विस्थापित गरीब व छोटे 34 दुकानदारों के लिए दुकान आवटंन की प्रकिया संपन्न होने के बाद पता चला कि कौशलेश कुंज में लीज पर ली जाने वाली एक-एक दुकान की कीमत 20 लाख रुपये हैं। यह सुनकर व्यापारियों में निराशा हो गई। समाजवादी पार्टी की व्यापार सभा का विरोध जताते हुए बुधवार को ज्ञापन सौंपेगा और फिर भी नतीजा नहीं निकला तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया था कि विस्थापितों को दुकानों का आवटंन बहुत ही कम मूल्य पर कराया जाएगा, लेकिन जब दुकानदारों को पता चला कि एक दुकान कि कीमत लगभग 20 लाख रुपए है तो वह प्रशासन को खरी-खोटी सुनाने लगे। समाजवादी व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष नन्द कुमार गुप्ता नंदू ने अधिकारियों से कहा कि विस्थापित हुए गरीब छोटे दुकानदारों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए दुकानों का मूल्य कम किया जाए एवं नगद के बजाय किश्तो में करके आवटंन (लीज) के बजाय बैनामा किया जाय।
उन्होंने बताया कि यदि उपरोक्त बिंदुओं पर प्रशासन गंभीरता से संज्ञान नहीं लेगा तो जिला समाजवादी व्यापार सभा व्यापारियों की उचित मांगों एवं रामपथ पर मौजूदा परेशानियों को दूर कराने के संदर्भ में 28 जून को डीएम, एडीएम प्रशासन को ज्ञापन देगा। जल्द ही समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
नंदू ने बताया जिला व्यापार सभा उपरोक्त मागों को लेकर उच्च न्यायालय की लखनऊ की खंडपीठ में याचिका भी दायर कर सकती है। इस दौरान सांसद लल्लू सिंह, मेयर गिरीशपति त्रिपाठी, नगर विधायक वेद गुप्ता, एडीएम सिटी अमित सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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