संतकबीरनगर: ग्राम प्रधान की लाठी-डण्डों से पीटकर निर्मम हत्या, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
संतकबीरनगर। कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के ग्राम पंचायत नौहट के ग्राम प्रधान की लाठी डण्डों से पीटकर निर्मम हत्या के बाद उनके समर्थकों और जिले भर के ग्राम प्रधानों में जबरदस्त आक्रोश है। प्रधान के मौत की सूचना मिलते ही हजारों की संख्या में पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे लोगों ने मेंहदावल-खलीलाबाद मार्ग को जाम कर शव को एम्बूलेंस से उतरने ही नहीं दिया।
मौके पर भारी पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि आक्रोशित लोगों को समझाने में जुटे हैं। बताते चलें कि बीते बृहस्पतिवार की देर शाम लगभग 9 बजे ग्राम प्रधान कौशल चौधरी मोटरसाइकिल से अपने घर जा रहे थे। नौहट गांव के पास स्थित पुलिया पर काले रंग की स्कार्पियो सवार आधा दर्जन बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और लाठी, राड और हाकी से उनपर हमला बोल दिया।
ग्राम प्रधान बेहोश होकर गिर गए तो बदमाश मोटरसाइकिल समेत उन्हें नहर में फेंक कर फरार हो गए। किसी राहगीर की नजर पड़ी तो उसने मामले की सूचना परिजनों और ग्रामीणों को दिया। लोगों ने उन्हें बेहोशी की अवस्था में ही जिला अस्पताल पहुंचाया। मौजूद डाक्टरों ने उनकी गम्भीर हालत को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया।

परिजनों ने उन्हें गोरखपुर के किसी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। ग्राम प्रधान के मौत की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस ने गोरखपुर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इधर ग्राम प्रधान के मौत की सूचना मिलते ही जिले भर के ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अखण्ड प्रताप सिंह के नेतृत्व में पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गए। परिजनों, ग्रामीणों और प्रधानों ने ग्राम प्रधान के शव को एम्बूलेंस से उतरने ही नहीं दिया। एम्बूलेंस को बीच सड़क पर खड़ी कराकर मेंहदावल-खलीलाबाद मार्ग को जाम कर दिया।
चार घंटे बाद भी नहीं खुला जाम
दिन में 12 बजे जैसे ही ग्राम प्रधान कौशल चौधरी का शव एम्बूलेंस से जिला अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा परिजनों और ग्रामीणों में कोहराम मच गया। प्रधान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अखण्ड प्रताप सिंह के नेतृत्व में मौजूद सैकड़ों प्रधानों ने सड़क पर जाम लगा दिया। लोगों की मांग थी कि हत्यारों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज हो, उनकी तत्काल गिरफ्तारी और उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाय।
लोग इस घटना के पीछे सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता को जिम्मेदार मान रहे हैं। जानकारों का कहना था कि तीन माह पूर्व जमीनी विवाद हुआ था। इस विवाद के दौरान प्रधान कौशल चौधरी पक्ष के लोगों ने विपक्षियों को मारपीट कर घायल कर दिया था। प्रधान की हत्या के पीछे वही घटना जिम्मेदार बताई जा रही है।
आक्रोशित लोगों को समझाते दिखे पूर्व विधायक जय चौबे
ग्राम प्रधान कौशल चौधरी पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे के बेहद करीबी रहे हैं। ग्राम प्रधान के मौत और ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम की सूचना मिलते ही जिला पंचायत अध्यक्ष बलिराम यादव, संतोष यादव सनी आदि नेताओं के साथ मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक जय चौबे ने परिजनों को ढ़ाढ़स बंधाया। उन्होंने कहा कि हत्यारे चाहे जो भी होंगे उन्हें उनके अंजाम तक हर हाल में पहुंचाया जाएगा।
पूर्व विधायक ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया लेकिन परिजनों और प्रधानों ने उनकी एक नहीं सुनी। समाचार लिखे जाने तक सड़क जाम समाप्त नहीं हो सका था। सुबह से हो रही बरसात भी उन्हें सड़क से हटने को मजबूर नहीं कर सकी। लोग बारिश में भीगकर सड़क पर डटे थे। लोग पुलिस की निष्क्रियता को सबसे बड़ा जिम्मेदार मान रहे हैं।
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