पीएम मोदी आज शहडोल में, सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की करेंगे शुरुआत

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Published By Moazzam Beg
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शहडोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने एकदिवसीय मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान शहडोल जिले में सिकल सेल एनीमिया के राष्ट्रव्यापी उन्मूलन मिशन की शुरुआत करने के साथ विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मोदी विशेष विमान से प्रदेश के जबलपुर पहुंचेंगे। यहां से वे उड़ान भरकर दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे शहडोल के लालपुर हेलीपैड आएंगे। 

इसके बाद वे एक आम सभा को संबोधित करेंगे। शाम लगभग पौने पांच बजे वे पकरिया ग्राम के लिए रवाना होंगे। पकरिया में वे जनजातीय समुदाय के लोगों के साथ भोजन कर उनसे संवाद करेंगे और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मलित होकर जबलपुर के डुमना एयपोर्ट रवाना होंगे। मोदी के प्रवास को देखते हुए इस क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मोदी शहडोल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वे राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत करेंगे। वह लाभार्थियों को सिकल सेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड भी वितरित करेंगे। 

इस मिशन का उद्देश्य विशेष रूप से जनजातीय आबादी के बीच सिकल सेल रोग से उत्पन्न गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करना है। यह अभियान 2047 तक एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में सिकल सेल रोग को समाप्‍त करने के सरकार के प्रयासों में उपलब्धि साबित हो सकता है। राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की घोषणा आम बजट 2023 में की गई थी। 

इसे देश के 17 उच्च केंद्रित राज्‍यों – गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड के 278 जिलों में कार्यान्वित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मध्यप्रदेश में लगभग 3.57 करोड़ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) कार्डों के वितरण का भी शुभारंभ करेंगे। आयुष्मान कार्ड वितरण कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश भर के शहरी निकायों, ग्राम पंचायतों और विकास प्रखण्डों में किया जा रहा है। 

आयुष्मान कार्ड वितरण अभियान कल्याणकारी योजनाओं की शत-प्रतिशत परिपूर्णता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है। कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री रानी दुर्गावती का भी स्मरण करेंगे, जो 16वीं सदी के मध्य में गोंडवाना की शासक रानी थीं। उन्हें एक वीर, निर्भीक और साहसी योद्धा के रूप में स्‍मरण किया जाता है, जिन्होंने मुगलों के विरूद्ध स्‍वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी। मोदी को गत 27 जून को अपने भोपाल प्रवास के साथ ही शहडोल भी आना था, लेकिन यहां मौसम प्रतिकूल होने के कारण उनका ये प्रवास उस दिन स्थगित हो गया था। 

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