सीतापुर में महिलाओं को थाने में बंद कर पीटने वाले तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड

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Published By Jagat Mishra
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सीतापुर, अमृत विचार। जिले के रामपुर मथुरा थाने में महिलाओं को बंद कर पीटने के आरोप में एसपी घुले सुशील चंद्रभान ने थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। महिलाओं की पिटाई का मामला सोशल मीडिया पर काफी वायरल होने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है।

रामपुर मथुरा थाने पर तैनात थानाध्यक्ष राम अवध चौहान और सिपाहियों पर महिलाओं को कमरे में बंद कर पीटने का आरोप लगा था। पीड़ित महिलाओं ने तहरीर देकर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। एसपी घुले सुशील चंद्रभान ने सभी दोषी आरोपियों को निलम्बित कर महेश चंद्र पांडेय को रामपुर मथुरा थेन का प्रभारी बना दिया है। 

रामपुर मथुरा थाने में कमरा बंद कर की गई महिलाओं की पट्टे से पिटाई प्रकरण में थानेदार को बचाने के लिए जांचकर्ता सीओ की भूमिका भी क्षेत्रवासी संदेह के घेरे में देख रहे हैं। घटना का संज्ञान लेते हुए एडीशनल एसपी रामपुर मथुरा थाने पहुंचे और पीड़ित महिलाओं के बयान दर्ज करते हुए चोटों का अवलोकन महिला आरक्षियों से कराया। एएसपी ने मामले में न्यायोचित कार्रवाई का आश्वासन पीड़ित परिवारों को दिया है।

रामपुर मथुरा थाना व कस्बा निवासिनी अन्नपूर्णा पुत्री द्वारिका प्रसाद, लक्ष्मी देवी पत्नी निरंकार शर्मा, राजकुमारी पत्नी भंवरलाल, गायत्री पुत्री भंवरलाल, रेखा पत्नी ओमकार ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को दिए गए प्रार्थनापत्र में बताया है कि 18 जून की दोपहर पारिवारिक विवाद के चलते थाने पर प्रार्थनापत्र देने निरंकार शर्मा एवं ओमकार पुत्रगण द्वारिका रामपुर मथुरा थाने गए थे। सुबह नौ बजे प्रार्थनापत्र देने गए पीड़ित पक्ष के लोग जब शाम तक घर नहीं पहुंचे तो उक्त महिलाएं थाने पहुंचकर प्रार्थनापत्र देने वाले युवकों को थाने में रोके जा कारण पूछा। 

आरोप है कि इससे आगबबूला हुए थानाध्यक्ष राम अवध चौहान ने भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए आरक्षियों को बुलाकर एक कमरे में ले जाकर बंदकर पट्टों से जमकर पिटाई की। पिटाई के निशान महिलाओं के शरीर पर मौजूद हैं। प्रकरण को लेकर मीडिया में भी खबरें चलीं, जिसका  संज्ञान लेते हुए एडीशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह शनिवार को रामपुर मथुरा थाने पहुंचे। यहां पुलिस द्वारा की गई मारपीट का शिकार हुई सभी महिलाओं को बुलाकर एएसपी ने वीडियोग्राफी कर बयान दर्ज करवाया और महिला आरक्षियों से चोट के निशानों की पुष्टि करवाई। एएसपी ने पीड़ित महिलाओं को न्यायोचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

एएसपी दक्षिणी बोले एसपी को सौंपेंगे जांच रिपोर्ट 
इस बारे में एएसपी दक्षिणी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की गहनता से विस्तृत जांच कर ली गई है। शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज करने के साथ अन्य आवश्यक बिंदुओ पर भी जांच की गई है। जल्द ही जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंप दी जाएगी।

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