बरेली नगर निगम: टैक्स विभाग का कारनामा 70 गज के मकान का भेजा 13 लाख का बिल

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Published By Om Parkash chaubey
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घर में हो रहे सुनारी के काम को कामर्शियल टैक्स के दायरे में लाया निगम, कारचोबी, पतंग, जरी वाले भी आ सकते हैं कामर्शियल टैक्स के दायरे में, उपसभापति के वार्ड बड़ी वमनपुरी, गढ़ैया, छोटी बमनपुरी के कई घरों में होता है सुनारी का काम

बरेली, अमृत विचार : नगर निगम के टैक्स विभाग के एक और कारनामे ने कुटीर उद्योग से जुड़े लोगों की रातों की नींद उड़ा दी है। निगम के कर्मचारियों ने घर में सुनार का काम करने वाले एक व्यक्ति के आवास पर कामर्शियल टैक्स लगाकर 13 लाख 32 हजार का बिल भेजा है। परेशान व्यक्ति ने उपसभापति से अपनी व्यथा बताई।

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वहीं, पार्षदों ने भी इस कार्रवाई का विरोध जताया है। कहा है कि शहर के ज्यादातर घरों में कारचोबी, जरी और पतंग का काम होता है। अगर टैक्स विभाग इन घरों में होने वाले काम पर कामर्शियल टैक्स लगाया तो जनता परेशान होगी। वार्ड- 2 में बजरिया पूरनमल वार्ड के ममिया टोला निवासी बुजुर्ग सुरेन्द्र रस्तोगी ने बताया कि उनका घर 70 गज में बना है। घर में पहले सुनारी का काम होता था लेकिन अब बंद है।

पिछले दिनों नगर निगम से हाउस टैक्स का 13 लाख 32 हजार 640 रुपये का बिल आया तो वे परेशान हो गए। इस पर वह पत्नी के साथ वार्ड खन्नू मोहल्ला के पार्षद एवं उपसभापति सर्वेश रस्तोगी से मिलने पहुंचे। यहां पार्षद छंगामल मौर्य भी मौजूद थे। उपसभापति सर्वेश रस्तोगी ने बताया कि बुजुर्ग दंपति उनसे मिले थे। उनके साथ गलत किया गया है।

उन पर कामर्शियल टैक्स नहीं लगना चाहिए। विभाग ने गलती से लगा दिया है, उसे दुरुस्त करने को कहा है। शहर में कई घरों में कुटीर उद्योग की तरह लोग काम कर जीवनयापन कर रहे हैं। प्रतिदिन चार सौ रुपये मुश्किल से मिल पाते हैं। इस पर कामर्शियल टैक्स लगाना उचित नहीं है। वहीं, उपसभापति के वार्ड छोटी बमनपुरी, बड़ी बमनपुरी, गढ़ैया,मलुकपुर में भी कई घरों में सुनार का काम होता है।

सौदागरान वार्ड में भी कई घरों में लोग जेवर बनाने का काम करते हैं। पार्षद छंगामल मौर्य ने कहा कि नगर निगम के टैक्स विभाग के काम से जनता संतुष्ट नहीं है। सुनार के काम को कामर्शियल टैक्स के दायरे में लाया जाता है तो कुछ दिन बाद पुराने शहर में होने वाला

जरीजरदोजी, पतंग निर्माण, कारचोबी आदि काम भी कामर्शियल टैक्स में शामिल कर के गरीब जनता की कमर तोड़ने का काम नगर निगम करेगा। यह गलत है। इसे नहीं होने दिया जाएगा।

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