अयोध्या : महज 4 मिलीमीटर हुई बारिश से रामपथ पर पसरा कीचड़, जल निकासी भी अवरुद्ध

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, अयोध्या । मूसलाधार बारिश के इंतजार में व्याकुल लोगों को छिटपुट बारिश ने हलकान कर दिया है। शनिवार को हुई महज चार मिली मीटर बारिश ने जहां उमस में जबरदस्त इजाफा कर दिया वहीं सड़कों पर टनों कीचड़ पसर गई है। रामपथ पर एक ओर जहां लोग रपट-रपट कर गिर रहे हैं वहीं अन्य मार्गों और गलियों की बुरी हालत है। सहादतगंज से उदया चौराहे तक पूरी सड़क कीचड़ से सनी है। जहां मिट्टी के ढेर लगे हैं वहां और बुरी स्थिति है।

इस बार अयोध्या क्षेत्र में मानसून की मेहरबानी नहीं बरस रही है। बीते 15 दिनों से बादल और बारिश दोनों लोगों से आंख मिचौली खेल रहे हैं। छिटपुट बारिश के कारण लोगों को मानसून का लुत्फ नहीं हासिल हो रहा है तो उमस ने कहर ढा दिया है। शनिवार को दोपहर जब आसमान पर बादल छाए तो लोगों ने झमाझम बारिश की उम्मीद बांधी लेकिन महज पांच मिनट बरसे बादलों ने लोगों को झुंझलाने पर मजबूर कर दिया।

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को कुल चार मिली मीटर बारिश हुई है। इसी के कारण रामपथ और अन्य मार्गों की बुरी हालत हो गई है। गलियों में भी मुख्य मार्गों जैसी पसरी कीचड़ लोगों के लिए बड़ा संकट बन गई है। शनिवार को इस चार मिलीमीटर की बारिश ने 13 किलोमीटर के रामपथ पर टनों कीचड़ फैल गई है।

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सहादतगंज से रोडवेज तक और रिकाबगंज से नियावां रोड पर दो कदम भी चलना मुश्किल है। रिकाबगंज से नियावां रोड की यह हालत है कि कई ई-रिक्शा सवारी समेत फंसे तो निकलना दूभर हो तो कई बाइक सवार तो फिसल कर गिर पड़े जिन्हें किसी तरह उठाया गया। नियावां से गुदड़ीबाजार और साहबगंज तक की भी बेहद बुरी हालत है। अंगूरीबाग में खोदाई के बाद मिट्टी न हटाने से चार पहिया वाहन फंस रहे हैं। हालांकि रोड काटे जाने के कारण खवासपुरा से आवागमन नहीं है लेकिन जिनके घर है वह कैद होकर रह गए हैं।

यहां के निवासियों रमेश कुमार, मनोज और आफाक अहमद ने बताया कि दोपहर बाजार जाने की सोच रहे थे अब घर से निकलना दूभर है। साहबगंज गंदे नाले तक आसपास रहने वाले लोगों के लिए भी बड़ी तकलीफ खड़ी हो गई है। यहां के लोगों ने निर्माण एजेंसी पर अपना गुस्सा निकाला। लोगों का कहना है कि खोदाई के साथ मिट्टी भी हटाई जानी चाहिए। वहीं तेलीटोला, मुकेरी टोला, महाजनी टोला, ठठरहिया आदि की गलियां भी कीचड़ से लथपथ है। जहां पाइप लाइन के लिए खोदाई की जा रही है वहां लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कम बारिश से 92 प्रतिशत पर पहुंची सापेक्षिक आर्द्रता

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को जिले में चार मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं सापेक्षिक आर्द्रता अधिकतम 92 और न्यूनतम 65 प्रतिशत दर्ज की गई है। जबकि अधिकतम तापमान 33.0 और न्यूनतम 26.5 आंका गया है। हवा की गति 6.9 किलोमीटर प्रति घंटा और दिशा उत्तरी-पूर्वी रही। आगामी चौबीस घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना है।

जलापूर्ति संकट बरकरार, नहीं काम आ रही गोहार

निर्माणाधीन रामपथ पर जलापूर्ति संकट बरकरार है। शुक्रवार दोपहर से लेकर शनिवार दोपहर बाद तक 30 हजार की आबादी बिना पानी के है। इस क्षेत्र में 12 नलकूपों से जुड़े 22 से अधिक मोहल्लों में चौबीस घंटे से पानी नहीं आ रहा है। इससे पहले प्रभावित क्षेत्रों में टूटी दस पाइप लाइनों की भी मरम्मत नहीं हो सकी है। बताया जाता है कि अब तक तेरह किलोमीटर के निर्माणाधीन रामपथ क्षेत्र में 55 से अधिक मोहल्ले और साठ हजार की आबादी लगातार जलापूर्ति संकट झेल रही है।

लोगों का कहना है कि शिकायत दर्ज कराने के बाद भी तीन से पाँच दिनों में भी जलापूर्ति सुचारू नहीं हो पा रही है। सुपरवाइजर अश्विनी ने बताया कि जलकल भरपूर प्रयास कर रहा है, निर्माण एजेंसी की लापरवाही से लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ रहीं हैं।

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