मुरादाबाद : खेतों में भरा पानी, काफियाबाद के किसानों के सामने पशुओं के चारे का संकट
इस्लामनगर से पीपलसाना मार्ग पर पानी भरने से आवागमन प्रभावित
मुरादाबाद, अमृत विचार। सदर तहसील क्षेत्र के काफियाबाद गांव में मंगलवार को भी खेतों में पानी भरा रहा। हालांकि ग्रामीण और प्रशासन का कहना है कि पानी कुछ कम हुआ है। इस्लामनगर पीपलसाना मार्ग पर पानी की धार तेज है। रास्ता आवागमन के लिए बंद है। खेतों में पानी भरा होने से धान और हरे चारे की फसल को ज्यादा नुकसान है। किसानों को पशु के लिए चारा लाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। जिसका असर नदियों के जलस्तर पर पड़ रहा है। गागन और रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। काफियाबाद गांव के खेतों में बाढ़ का जो पानी भरता है, वह रामगंगा और ढेला नदी का ही है। घोसीपुरा,अक्का, खैय्या खादर, गनीमतनगर, कोनी त्रिलोकपुर, सलेमसराय और मुस्तफापुर में भी बाढ़ के पानी की समस्या है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ के पानी से फसलों को नुकसान हो रहा है। जिन फसलों को नुकसान हुआ है, उनका मुआवजा भी मिलना चाहिए। उनका कहना है कि प्रशासन बाढ़ रोकने के लिए कोई स्थाई इंतजाम करे। किसान मनोज कुमार, वीर सिंह, सोमपाल सिंह, लटूर सिंह ने बताया कि ऐसा नहीं है कि इस बार ही बाढ़ से परेशानी है। यह समस्या हर साल की है। बाढ़ से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। बताया कि सोमवार की अपेक्षा पानी कुछ कम हुआ, फिर भी अभी खेतों में पानी भरा है। आवागमन का रास्ता भी पानी की तेज धार के चलते बंद है। पशुओं के लिए चारे की समस्या भी खड़ी हो गई है। अगर चारे में ज्यादा दिनों तक पानी भरा रहेगा तो खराब हो सकता है।
काफियाबाद गांव के प्रधान के पति गोपाल कहते हैं कि मुस्तफापुर में बांध बनाया जाए। तब जाकर बाढ़ की समस्या से राहत मिलेगी। एसडीएम सदर मणि अरोड़ा ने बताया कि अभी काफियाबाद के खेतों में पानी भरा है, लेकिन गांव से दूर है। हालांकि पानी में कुछ कमी आई है। इस पर नजर रखी जा रही है।
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