मुरादाबाद : जीआई फेयर इंडिया में देसी-विदेशी खरीदारों को मिल रहा विकल्प, बढ़ा आकर्षण

केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री दर्शना वी. जरदोश ने फेयर के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया, आयोजकों और प्रदर्शकों की सराहना कर प्रोत्साहित किया, 24 जुलाई तक चलेगा मेला

मुरादाबाद : जीआई फेयर इंडिया में देसी-विदेशी खरीदारों को मिल रहा विकल्प, बढ़ा आकर्षण

मुरादाबाद, अमृत विचार।  हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे में गुरुवार को 24 जुलाई तक आयोजित जीआई फेयर इंडिया के दूसरे संस्करण का उद्घाटन केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना वी. जरदोश ने किया। उन्होंने कहा कि यह मेला खजाने, स्वदेशी शिल्प और दुर्लभ विरासत के बौद्धिक गुणों को आगे बढ़ाने के लिए बड़ा प्लेटफार्म है।

राज्यमंत्री ने ऐसे प्रदर्शकों, जीआई उपयोगकर्ताओं, उद्यमियों, कारीगरों, बुनकरों को एक मंच प्रदान करने में ईपीसीएच की भूमिका की सराहना की। कहा कि एक इको-सिस्टम के प्रधान मंत्री की परिकल्पना के अनुसार सहयोग और समावेशी विकास के लिए यह आवश्यक है। कहा कि सभी जीआई उत्पादकों को जेम पोर्टल पर होना चाहिए। इसे आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप बताया। जिसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और निर्यातकों को कौशल का उपयोग करके वैश्विक बाजार के लिए प्रोत्साहित करना है।

 ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद, आईईएमएल अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार, पूर्व अध्यक्ष ईपीसीएच राज कुमार मल्होत्रा, ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा ने मेले की सार्थकता पर प्रकाश डाला। अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा कि इस तरह के बहु-विशिष्ट उत्पाद शो भारत की हस्तशिल्प विरासत और नए दर्शकों के लिए बहुत जरूरी है। आईईएमएल के अध्यक्ष ने कहा कि अगले संस्करण से पहले सभी जीआई पंजीकृत प्रतिभागी जेम पोर्टल पर होंगे। सभी जीआई टैग को एक क्यूआर कोड के साथ जोड़ा जा सकता है। जिससे खरीदार द्वारा उत्पाद और निर्माता की प्रमाणिकता की पहचान की जा सके।

आरके वर्मा ने बताया कि इस मेले में एक ही छत के नीचे हस्तशिल्प निर्यातकों की दुनिया का सबसे बड़ा आईएचजीएफ दिल्ली मेले के आयोजन के साथ-साथ सेक्टर विशिष्ट मेलों का आयोजन भी करता है। जीआई फेयर इंडिया सुबह 10 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुला रहेगा और इसमें प्रवेश निशुल्क है।

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