बरेली: मोहर्रम के जुलूस में करंट लगने से बच्चों समेत छह झुलसे, दो की हालत गंभीर

हाईटेंशन लाइन के पास झंडा पहुंचने से लगा करंट

बरेली: मोहर्रम के जुलूस में करंट लगने से बच्चों समेत छह झुलसे, दो की हालत गंभीर

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बरेली, अमृत विचार। मोहर्रम के जुलूस के दौरान हाईटेंशन लाइन की चपेट में स्टील का झंडा आ गया। झंडे में करंट आने से दो बच्चों और एक किशोर समेत छह लोग झुलस हो गए। घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई। घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां दो की हालत गंभीर बनी है। अस्पताल के बाहर एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटना स्थल पर इंस्पेक्टर बारादरी अभिषेक कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अपराध समेत पुलिस कर्मी पहुंचे और घटना का जायजा लिया।

हरुनगला निवासी सरफराज ने बताया कि हरुनगला से नकटिया के उमरिया के लिए मोहर्रम का जुलूस फाईक एंक्लेव के फेस-2 से होकर जा रहा था। फाईक एंक्लेव में लोडर वाहन पर बैठे साहिल ने झंडा लहराते हुए ऊपर उठा दिया। लाइन से करीब दो फिट की दूरी पर ही स्टील के झंडे में करंट उतर आया।

जिससे वाहन पर बैठे साहिल (28), अरबाज, आदिल (12), बुंदनशाह, मोहम्मद अली (10) और चंद्रपुर बिचपुरी निवासी फरमान (15) झुलस गए। घटना के बाद अफरातफरी मचने पर लोग इधर उधर भागने लगे। झंडा गिरने के बाद मौके पर मौजूद लोग सभी घायलों को कृष्णानगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां साहिल और अरबाज की हालत गंभीर बताई जा रही है। इंस्पेक्टर बारादरी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि हादसे में झुलसे सभी घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 हंगामे के डर से अस्पताल के बाहर पुलिस रही मौजूद
करंट लगने से कई लोगों के झुलस जाने की खबर शहर में आग की तरह फैल गई। घायलों के परिजन और रिश्तेदारों के साथ मोहल्ले के लोग भी घटनास्थल की तरफ भागे। जिसके बाद पता लगा कि पुलिस घायलों को उपचार के लिए निजी अस्पताल ले गई है। अस्पताल के सामने सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद एहतियात के तौर पर वहां पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। एलआईयू इंस्पेक्टर ललित कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।

जुलूस के दौरान सप्लाई बंद रखने के लिए निर्देश फिर भी नहीं लिया शटडाउन
मोहर्रम के जुलूस को लेकर सुरक्षा के लिहाज से अधिकारियों ने जहां जहां से मोहर्रम के जुलूस निकलने थे। वहां वहां वहां पर बिजली की सप्लाई बंद रखने के निर्देश संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को दिए थे। लेकिन उसके बाद भी फाईक एंक्लेव में जुलूस के दौरान बिजली की सप्लाई को बंद नहीं की गई। जिसके चलते करंट आने से बड़ी घटना हो गई। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई।

घटना की वजह से ही पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। अगर क्षेत्र के संबंधित बिजली अधिकारियों की लापरवाही पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घायलों की हालत ठीक है उनको उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है---विकास सिंघल, अधीक्षण अभियंता।

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