लखनऊ : आईएएस डॉ. नवनीत सहगल के सेवा निवृत्त होने पर आयोजित किया गया सम्मान समारोह
अमृत विचार, लखनऊ । अपर मुख्य सचिव खेल डॉ. नवनीत सहगल सोमवार को सेवानिवृत्त हो गये। खेल में उनके योगदान को देखते हुए सोमवार को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित एक समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया। खेल विभाग और खेल संघों की देखरेख में आयोजित इस कार्यक्रम में खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव मौजूद रहे। इस अवसर पर खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने बताया कि भले ही वह आज वह सेवानिवृत्त हो गए हो लेकिन खेल में उनका मार्गदर्शन आगे भी लिया जायेगा। खेल आयोजनों की जिम्मेदारी से वह मुक्त नहीं किये गए हैं।
निदेशक खेल डॉ. आरपी सिंह के अनुसार बड़े खेल आयोजन को लेकर वह कभी चिंतित नहीं हुये। हम लोगों को उत्साहवर्धन करने के साथ सभी को सुझावों को ध्यान से सुनते और फिर प्लानिंग कर आयोजन को ऐसे करवाते कि किसी पर कोई बोझ नहीं रहता था। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स इसकी मिसाल है। उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ. आनंदेश्वर पाण्डेय ने कहा कि जब उनके पास खेल का कार्यभार नहीं था तब भी उन्होंने खेलों के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। इनके माध्यम से हम आसानी से अपनी मांग शासन तक पहुंचाते रहे हैं। उत्तर प्रदेश कराटे संघ के अध्यक्ष टीपी हवेलिया ने इस अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं दी। उत्तर प्रदेश जूडो एसोसिएशन के सचिव मुनव्वर अंजार, लखनऊ फुटबॉल संघ के सचिव कन्हैया लाल, लखनऊ एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव बीआर वरुण सहित विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी।
बताते चले कि आईएएस डॉ. नवनीत सहगल देश की ब्यूरोक्रेसी में सक्रिय रहे। तेजतर्रार अधिकारी के रूप में पहचान बनाने वाले डॉ. नवनीत सहगल विभिन्न खेल संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर रहे और खेलों के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। लखनऊ क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश टेनिस एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के साथ ही उन्होंने गोल्फ और अन्य खेल संगठनों में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजधानी में आईपीएल और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स जैसे आयोजन उनकी देखरेख में आयोजि किये गये। सितम्बर माह में आयोजित होने वाले डेविस कप की मेजबानी भी उन्हीं की बदौलत लखनऊ को मिली। इसकी तैयारियों को लेकर वह रोजाना समीक्षा बैठक भी कर रहे हैं।
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