लखनऊ : सपा सरकार में पहुंचाया गया था बिल्डर को लाभ, 30 करोड़ की लगी चपत
अमृत विचार, लखनऊ । सपा सरकार में बिल्डर को लाभ पहुंचाया गया था। भूमि समायोजन के नाम पर यह घोटाला हुआ था। इससे लखनऊ विकास प्राधिकरण को 30 करोड़ रुपये की चपत लगी है। मलेसेमऊ में खसरा संख्या 673 क की 6070 वर्गमीटर अनर्जित नदी की जमीन के बदले बिल्डर राज गंगा डेवलपर्स को गलत तरीके से 2015 में गोमती नगर विस्तार में जमीन का समायोजन कर दिया था।
तत्कालीन उपाध्यक्ष के आदेश पर बिल्डर को गोमती नगर विस्तार में भूखंड संख्या 1269 ए, 1269 बी, 1269 सी, 1269 डी तथा 1269 ई का समायोजन कर दिया गया। इस जमीन के विकास शुल्क के लिए बिल्डर ने 84, 98,000 रुपये भी जमा कर दिए थे। शिकायत के बाद जब मामले की जांच हुई तो 11 मार्च 2022 को तत्कालीन उपाध्यक्ष, अक्षय त्रिपाठी ने समायोजन निरस्त करने का आदेश दिया था।
आदेश के बाद भी इस मामले में प्राधिकरण के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे प्राधिकरण को लगभग 30 करोड़ रुपये की चपत लगी है। वहीं इस संबंध में प्राधिकरण के अधिकारियों से पूछने पर कोई जानकारी नहीं दे सके।
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