लालकुआं: स्लीपर फैक्ट्री में युवक की करंट लगने से दर्दनाक मौत
बिंदुखत्ता का रहने वाला था युवक, परिवार में मचा कोहराम
मजदूरों ने लगाया फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप
लालकुआं, अमृत विचार। यहां स्लीपर फैक्ट्री में करंट लगने से बिंदुखत्ता निवासी श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद उसके परिजनों में कोहराम मचा है।
बुधवार प्रातः पांच बजे बिंदुखत्ता के संजय नगर प्रथम हनुमान मंदिर निवासी भोपाल सिंह कोरंगा (45) स्लीपर फैक्ट्री में ड्यूटी कर रहा था, ड्यूटी के दौरान भोपाल को अचानक करंट लग गया। आनन-फानन में साथी कर्मचारी उसे हल्द्वानी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार राजीव कुमार वर्मा और हल्का पटवारी लक्ष्मी नारायण यादव तथा कोतवाली लालकुआं से वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरेंद्र सिंह नेगी ने घटनास्थल की जांच की। साथ ही फैक्ट्री में तैनात अधिकारियों को सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर फटकार लगा। कहा कि इतनी बड़ी लापरवाही के चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
उन्होंने जगह जगह खुले बिजली केबिल को लेकर भी फैक्ट्री प्रबंधन को फटकारा। नायब तहसीलदार राजीव कुमार वर्मा ने कहा कि जिस स्थान पर श्रमिक को करंट लगा है वहां सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया है। विद्युत कंट्रोल रूम के ठीक नीचे पानी का तालाब बना हुआ है।
विद्युत तार भी पूरी तरह भीगा हुआ था, इसी के चलते श्रमिक को करंट लग गया और उसकी मौत हो गई। इधर घटना के बाद मृतक श्रमिक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक की दो बेटियां हैं तथा वह स्लीपर फैक्ट्री में कार्य करके उनका पालन पोषण करता था। क्षेत्रवासियों ने फैक्ट्री प्रबंधन से मृतक के आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
सुरक्षा मानकों की हो रही अनदेखी
भोपाल के साथी कर्मचारियों ने दबी जुबान से बताया कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी हो रही है, यहां कोई जांच करने भी नहीं आता है। श्रमिकों ने कहा कि रोजी-रोटी के लिए वह फैक्ट्री में काम अवश्य कर रहे हैं, परंतु यहां सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करने के चलते वह अत्यंत डरे हुए हैं। वह लोग जब फैक्ट्री प्रबंधन से मानकों का पालन करने को कहते हैं तो वह काम से निकालने की धमकी देने लगते हैं। इधर फैक्ट्री प्रबंधन ने श्रमिकों द्वारा लगाए गए आरोपो को सिरे से नकार दिया।
