संभल: पैगारफातपुर में जंगली जानवर ने किसान पर किया हमला, कई दिनों से आसपास के गांवों में तेंदुआ होने का शोर...लोगों में दहशत
जंगल में तेंदुआ देखने का दावा कर रहे ग्रामीण, वन विभाग की टीम पहुंची, टीम ने मेंथा टंकी पर लगाया कैमरा, पिंजरा लगाने की भी तैयारी
संभल/चन्दौसी, अमृत विचार। कुढ़फतेहगढ़ क्षेत्र के गांव पैगारफातपुर के जंगल में दो सप्ताह से तेंदुआ की दहशत फैली हुई है। ग्रामीण जंगल में तेंदुआ देखने का दावा कर रहे हैं। बीती रात खेत पर पशुओं से फसल की रखवाली करने साइकिल से जा रहे किसान पर जंगली जानवर ने हमला कर दिया। हालांकि किसान बाल-बाल बचा। ग्रामीणों की सूचना पर शुक्रवार को वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी। टीम ने जंगल में कैमरा लगाया है। पिंजरा लगाने की तैयारी है।
गांव पैगारफातपुर निवासी किसान चरन सिंह गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे खेत पर जा रहे थे। तभी रास्ते में झाड़ियों से निकल कर जंगली जानवरी ने चरन सिंह पर झपट्टा मार दिया। हालांकि इससे पहले ही उनकी साइकिल आगे बढ़ गई। जिससे किसान बाल-बाल बचा। किसान ने ट्यूबवेल पर टॉर्च दिखा कर खेत की रखवाली कर रहे किसान पुष्पेंद्र, महिपाल व गजराज को बताया तो उन्होंने घटनास्थल पर टॉर्च की रोशनी में देखा तो वहां जानवर सड़क से नीचे खेतों के किनारे बैठा था। रोशनी देख जानवर गन्ने के खेत में चला गया।
तेंदुआ होने बात कह कर चारों किसान अकेले घर जाने का साहस भी नहीं कर पा रहे थे और मोबाइल से कॉल कर गांव में सूचना दे दी। इसके बाद 25-30 ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर जंगल पहुंचे। ग्रामीणों ने रात्रि में ही वन विभाग को सूचना दे दी। शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे चन्दौसी वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जंगल में कांबिंग की। खेतों में पंजों के निशान देखे गए, लेकिन तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी। जंगली जानवर के पंजो के निशान देख कर पास ही राधेश्याम मौर्य की मेंथा टंकी पर कैमरा लगवाया। ग्रामीणों से जंगल में जाते समय एहतियात बरतने को कहा है। वन विभाग की टीम में वन रेंजर नजाकत हुसैन, वन दरोगा विकास नेगी व नीरज कुमार, वन रक्षक विजयपाल व अब्बास अली शामिल रहे।
खेतों पर फसल की रखवाली के लिए जाने से कतरा रहे ग्रामीण
चन्दौसी। 15 दिनों से लगातार पैगारफातपुर के जंगल में ही जंगली जानवर देखा जा रहा है। सात अगस्त की रात्रि को किसान राधेश्याम मौर्य ने अपनी मेंथा की टंकी के पास जंगली जानवर देखा था और वह जानवर देख कर मेंथा की टंकी के पास बनी कोठरी में कई घंटों तक बंद रहा था। इससे पहले गांव के रामरहीस ने भी जंगल में जानवर देखे जाने की बात कही थी। गुरुवार रात्रि पैगारफातपुर के जंगल में कई किसानों द्बारा जानवर के देखे जाने से पैगारफातपुर व आसपास के गांवों दियौरा खास, मैनपुरी, डांडा गोविन्दपुर, जंहागीरपुर, बिचैटा काजी, बौंडा फिरोजपुर आदि में जंगली जानवर का भय होने से किसान गायों से फसल की रखवाली के लिए जाने से बच रहे हैं।
एक सप्ताह से पैगारफातपुर समेत आसपास के जंगल में जंगली जानवर की आवाजाही की सूचना मिल रही है। बीती रात एक किसान पर हमले की बात सामने आई है। शुक्रवार को मैंने टीम क साथ मौके पर पहुंच कर छानबीन की है। लेकिन तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो सकी है। फिलहाल जंगली जानवर की आवाजाही के पास मैंथा टंकी पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। यदि कैमरे में तेंदुआ होने की पुष्टि हुई तो पिंजरा लगा कर उसे पकड़ा जाएगा। एहतियातन ग्रामीणों से अकेले खेतों पर ना जाने के लिए कहा गया है। - नजाकत हुसैन, वन रेंजर
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