मुरादाबाद: दो विभागों की लापरवाही से फंसी करोड़ों की रकम, विद्युत विभाग ने अमीनों पर लगाया वसूली से बचने का आरोप

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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मुरादाबाद, अमृत विचार। तहसील और बिजली कर्मचारियों की लापरवाही से बिजली विभाग का हजारों बकायेदारों पर करोड़ों रुपया फंसा है। विभाग के जिम्मेदार अधिकारी करोड़ों की आरसी की रकम राजस्व विभाग के माध्यम से वसूली करने के भरोसे निश्चित हैं। उधर, तहसील के अमीनों ने आरसी अपने अभिलेखों में दर्ज की या नहीं बिजली विभाग के अधिकारियों को इसकी भी जानकारी नहीं है। यह बात हाल ही में मुख्य विकास अधिकारी की समीक्षा बैठक में भी साफ हो गई।

बिजली विभाग के बकायेदारों के खिलाफ जारी की गई करोड़ों रुपयों की आरसी की वसूली के कार्य में राजस्व विभाग के अमीनों की लापरवाही सामने आ रही है। बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी सुमति यादव द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में खुलकर सामने आ गई थी। आरसी के संबंध में सीडीओ द्वारा जानकारी करने पर एक भी सवाल का जवाब बिजली विभाग के अधिकारियों के पास नहीं था।

बैठक में अधिकारियों ने सीडीओ को दी गई जानकारी में अमीनों पर आरसी की रकम की वसूली के मामले में अनसुनी करने के साथ सही जानकारी न देने का भी आरोप लगाया। हालांकि बैठक में मौजूद बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, एसडीओ से उनके द्वारा भेजी गई आरसी के रिकॉर्ड के बारे में जानकारी की गई तो किसी के पास भी भेजी गई आरसी का रिकॉर्ड देखने तक को नहीं मिला। सीडीओ ने बैठक में मौजूद जनपद की छह डिवीजनों के एसडीओ से तहसील पर आरसी मिलान करने के बारे में जानकारी की तो किसी भी एसडीओ के पास मिलान का रिकॉर्ड नहीं मिला है।

अधिशासी अभियंता शैलेंद्र कुमार ने बताया कि राजस्व विभाग की ओर से आरसी की वसूली करने के लिए सप्ताह भर के शेड्यूल में बिजली विभाग के कर्मचारी भी शामिल हैं। लेकिन एक दिन भी किसी अमीन ने न तो किसी कर्मचारी के बारे में जानकारी की है और न ही वसूली की रकम के बारे में जानकारी दी और वसूली के बारे ऑनलाइन अपडेट नहीं किया गया है।

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